संघर्षविराम की घोषणा के चंद घंटे बाद ही पाकिस्तान ने एक बार फिर अपने विरोधाभासी रवैये का परिचय दिया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के साथ हुए समझौते के बाद देश को संबोधित करते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और तुर्किये का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने चीन का भी आभार जताया। हालांकि, शनिवार रात 11:30 बजे अपने भाषण में उन्होंने भारत पर झूठे आरोप लगाते हुए तीखे बयान दिए और कहा कि भारत ने हमला कर एक बड़ी भूल की है, जिसकी कीमत उसे चुकानी पड़ेगी।
अपने संबोधन में शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान एक स्वाभिमानी राष्ट्र है और उसकी अस्मिता, साहस व सम्मान उसके लिए सर्वोपरि हैं। उन्होंने दावा किया कि भारत ने पहलगाम की घटना को बहाना बनाकर सैन्य कार्रवाई की और पाकिस्तान की संप्रभुता को चुनौती दी।
शहबाज शरीफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने इस घटना की निष्पक्ष जांच का प्रस्ताव दिया था, लेकिन भारत ने इसे नज़रअंदाज़ किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत ने आम नागरिकों, धार्मिक स्थलों और बस्तियों को ड्रोन और मिसाइल से निशाना बनाया। शरीफ ने इसे नफरत और धार्मिक कट्टरता के खिलाफ अभियान बताया और कहा कि यह पूरे देश की जीत है, सिर्फ सैन्य बलों की नहीं।
आतंकवाद पर फिर दोहराए पुराने दावे
आतंकवाद को लेकर शरीफ ने वही पुराना राग अलापा कि पाकिस्तान इस समस्या का सबसे बड़ा शिकार है। उन्होंने कहा कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में उनके देश ने 90 हजार जानें और 152 अरब डॉलर से ज्यादा की आर्थिक हानि झेली है। साथ ही भारत पर आतंकवाद के मुद्दे पर एकतरफा निर्णय लेने का आरोप लगाया।
अमेरिका को लेकर जताया विशेष आभार
प्रधानमंत्री शरीफ अमेरिका के प्रति कृतज्ञता जताते दिखे। उन्होंने कहा कि ट्रंप के नेतृत्व और क्षेत्रीय शांति की दिशा में उनके प्रयासों के लिए वे आभारी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका की भूमिका से संघर्षविराम के समझौते में मदद मिली।
हालांकि, पाक उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने सोशल मीडिया पर स्पष्ट किया कि संघर्षविराम किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के बिना हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों ही तत्काल संघर्ष रोकने को राज़ी हो गए थे और पाकिस्तान क्षेत्रीय शांति के लिए प्रतिबद्ध है।
चार घंटे भी नहीं टिक पाया संघर्षविराम
भारत द्वारा शाम पांच बजे से संघर्षविराम लागू करने की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, रात नौ बजे विभिन्न राज्यों में पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए, जिन्हें भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक रोका। इससे कई इलाकों में ब्लैकआउट की स्थिति बनी। रात 11 बजे विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से बताया कि पाकिस्तान ने संघर्षविराम का उल्लंघन किया है, और सेना को इसके जवाब के लिए निर्देशित किया गया।
सीमा पर तनावपूर्ण हालात
शनिवार को पूरे दिन सीमा क्षेत्रों में तनाव बना रहा। कई सीमावर्ती भारतीय शहरों में अलर्ट जारी किया गया था। पाकिस्तान की लगातार उकसाने वाली हरकतों को भारत की एयर डिफेंस प्रणाली ने कुशलतापूर्वक विफल किया।
भारत ने किया पाक के आरोपों का खंडन
पहलगाम हमले के बाद से भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को बार-बार नकारा है। शनिवार को विदेश मंत्रालय की प्रेस वार्ता में भी पाकिस्तान के दावों को झूठा और भ्रामक करार दिया गया। भारत ने यह स्पष्ट किया कि उसकी सेनाओं ने हर नापाक प्रयास का मुंहतोड़ जवाब दिया, और प्रेस को वह चित्र भी दिखाए जिनसे स्पष्ट होता है कि भारतीय वायुसेना के ठिकानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।