पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत के साथ बातचीत को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान केवल कश्मीर ही नहीं, बल्कि बाकी सभी लंबित मुद्दों पर भी भारत से वार्ता करने को तैयार है।
डार ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने कभी मध्यस्थता की पहल नहीं की, लेकिन अगर किसी तटस्थ स्थान पर वार्ता का प्रस्ताव आता है तो वे उसे स्वीकार करेंगे।
भारत का रुख
भारत ने एक बार फिर दोहराया है कि पाकिस्तान से बातचीत सिर्फ दो मुद्दों पर ही संभव है—पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की वापसी और आतंकवाद। भारत ने साफ कहा कि कश्मीर पर किसी भी प्रकार की चर्चा नहीं होगी।
इशाक डार ने खुलासा किया कि उन्हें अमेरिका से भारत के साथ सीजफायर बनाए रखने को लेकर कॉल आया था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता। गौरतलब है कि 7 मई को भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी।
चार दिन चला संघर्ष
भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारतीय इलाकों पर हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा तंत्र ने सभी प्रयासों को विफल कर दिया। लगातार चार दिन तक चले इस संघर्ष के बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी थी। डार का कहना है कि यह युद्धविराम अब भी लागू है।