रूस के पूर्वी छोर पर स्थित कामचटका प्रायद्वीप में मंगलवार को 8.7 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया, जिससे क्षेत्र में अफरातफरी मच गई। भूकंप के तुरंत बाद 30 से अधिक आफ्टरशॉक्स दर्ज किए गए, जिनकी तीव्रता 2 से 5 के बीच थी। तेज झटकों के चलते लोग घरों से बाहर निकलकर खुले स्थानों की ओर भागे।
भूकंप के बाद रूस के कुरील द्वीप समूह और जापान के प्रमुख उत्तरी द्वीप होक्काइडो के तटीय क्षेत्रों में सुनामी की लहरें पहुंचीं। इन इलाकों में सायरन बजाकर लोगों को सतर्क किया गया और ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने की अपील की गई।
घरों के अंदर टूटा सामान, सड़कों पर क्षतिग्रस्त वाहन
भूकंप के चलते पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की जैसे बड़े शहरों में इमारतें कांप उठीं। कई घरों में अलमारियां गिर गईं और खिड़कियों के शीशे टूट गए। सड़कों पर खड़ी कई कारें भी नुकसान की चपेट में आईं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एक हवाई अड्डे सहित कई स्थानों पर लोगों को मामूली चोटें भी आई हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए भूकंप के दृश्य
घरों और कैंपों के अंदर से झटकों के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब साझा किए जा रहे हैं। एक वीडियो में घर के अंदर रखा सारा सामान हिलता दिखाई दे रहा है, जबकि दूसरे में कैंप में रखी वस्तुएं तेज झटकों के साथ कांपती नजर आ रही हैं। कई स्थानीय नागरिकों ने कहा कि झटके इतने तीव्र थे कि मानो कोई उन्हें झकझोर रहा हो।
सुनामी की चेतावनी जारी, लोग ऊंचे स्थानों पर भेजे गए
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, पहली सुनामी लहर करीब 30 सेंटीमीटर ऊंची थी और वह होक्काइडो के नेमुरो तट पर पहुंची। रूस के कुरील द्वीपों की मुख्य बस्ती सेवेरो-कुरीलस्क में भी समुद्र तट पर लहरें आईं। स्थानीय प्रशासन ने निवासियों को ऊंचे स्थानों पर पहुंचाकर सुरक्षा सुनिश्चित की है।
गौरतलब है कि इसी क्षेत्र में जुलाई में भी समुद्र में पांच शक्तिशाली भूकंप दर्ज किए गए थे, जिनमें सबसे अधिक तीव्रता 7.4 मापी गई थी। इससे पहले 4 नवंबर 1952 को कामचटका में 9.0 तीव्रता का भूकंप तबाही का बड़ा कारण बना था।