साइप्रस पहुंचे पीएम मोदी, राष्ट्रपति निकोस ने किया भव्य स्वागत

 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को चार दिवसीय विदेश यात्रा पर रवाना हुए, जो 15 जून से 19 जून तक चलेगी। इस दौरान वे साइप्रस, कनाडा और क्रोएशिया का दौरा करेंगे। यह यात्रा कई दृष्टिकोण से अहम मानी जा रही है, विशेषकर हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद शुरू हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के परिप्रेक्ष्य में यह प्रधानमंत्री की पहली अंतरराष्ट्रीय यात्रा है।

साइप्रस में भव्य स्वागत, राष्ट्रपति स्वयं एयरपोर्ट पर मौजूद

प्रधानमंत्री के साइप्रस पहुंचने पर वहां के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिड्स ने एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में स्वागत के लिए राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए लिखा, “साइप्रस पहुंच गया हूं। एयरपोर्ट पर विशेष स्वागत के लिए राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिड्स का आभार। यह यात्रा दोनों देशों के व्यापार, निवेश और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को नई गति देगी।”

दो दशक बाद किसी भारतीय पीएम की साइप्रस यात्रा

भारत के उच्चायुक्त मनीष ने इसे ऐतिहासिक यात्रा बताते हुए कहा कि बीते बीस वर्षों में यह पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री साइप्रस आया है। यह पीएम मोदी की पहली साइप्रस यात्रा है। उन्होंने कहा कि इस यात्रा से व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी और निवेश के क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की उम्मीद है। साथ ही रक्षा और सुरक्षा सहयोग सहित वैश्विक व क्षेत्रीय मसलों पर भी बातचीत होगी।

विदेश मंत्रालय ने यात्रा की पुष्टि

विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री 15 से 16 जून को साइप्रस, 16 से 17 जून को कनाडा और 18 जून को क्रोएशिया की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे। मंत्रालय के अनुसार, यह दौरा दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने और यूरोपीय संघ व भूमध्यसागरीय क्षेत्र में भारत की भागीदारी को और प्रगाढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

साइप्रस ने पहलगाम हमले की निंदा की

साइप्रस ने हाल में हुए पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर चिंता जताई थी। उम्मीद है कि यह मुद्दा यूरोपीय संघ के स्तर पर भी उठाया जाएगा। पीएम मोदी साइप्रस में राष्ट्रपति के साथ औपचारिक वार्ता करेंगे और लिमासोल में व्यापारिक नेताओं को भी संबोधित करेंगे।

जी-7 सम्मेलन में भी लेंगे हिस्सा

प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दूसरे चरण में कनाडा के कनानसकीस में 16-17 जून को आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन में उनकी लगातार छठी भागीदारी होगी। इस दौरान उनकी मुलाकात कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से भी होगी। सूत्रों के मुताबिक, इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी भेंट करेंगे।

भारत-तुर्किए संबंधों की पृष्ठभूमि में यात्रा का महत्व

पाकिस्तान समर्थित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर तुर्किए के रुख के बाद भारत-तुर्किए संबंधों में तनाव है। ऐसे में यूरोप के सहयोगियों विशेषकर साइप्रस के साथ द्विपक्षीय संवाद को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

क्रोएशिया की ऐतिहासिक यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के अंतिम चरण में 18 जून को क्रोएशिया की पहली आधिकारिक यात्रा करेंगे। यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली यात्रा होगी, जिसे द्विपक्षीय संबंधों में एक ऐतिहासिक मोड़ के रूप में देखा जा रहा है। सरकार का कहना है कि इस दौरे से यूरोपीय संघ के साथ भारत के सहयोग को और मजबूती मिलेगी।

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