लॉस एंजिल्स में आव्रजन अधिकारियों द्वारा की गई छापेमारी के विरोध में जन आक्रोश लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं, जिसके चलते फेडरल डिटेंशन सेंटर के आसपास आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा। इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विरोधों के बीच नेशनल गार्ड की तैनाती का आदेश दिया, जबकि कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम और अन्य स्थानीय नेता इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
गवर्नर न्यूसम ने व्हाइट हाउस से नेशनल गार्ड की तैनाती को रद्द करने और उनके नियंत्रण को राज्य सरकार को सौंपने की मांग की है। उनका कहना है कि सैनिकों की मौजूदगी से हालात और बिगड़ सकते हैं। यूएस नॉर्दर्न कमांड के मुताबिक, कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड के 300 जवानों को लॉस एंजिल्स के तीन प्रमुख क्षेत्रों में तैनात किया गया है, जिनका उद्देश्य संघीय कर्मचारियों और संपत्तियों की सुरक्षा करना है।
रक्षा सचिव की चेतावनी
रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने संकेत दिए हैं कि यदि विरोध प्रदर्शन और बढ़ा, तो मरीन कॉर्प्स की भी तैनाती की जा सकती है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गवर्नर न्यूसम ने इसे "अविवेकपूर्ण" करार दिया। हेगसेथ ने पलटवार करते हुए कहा कि राज्य सरकार हालात संभालने में विफल रही है और हिंसा को बढ़ने दिया गया है।
प्रदर्शनकारियों ने फ्रीवे बाधित किया, गाड़ियों में लगाई आग
प्रदर्शनकारियों ने शहर के मुख्य फ्रीवे को अवरुद्ध कर दिया और कई स्वचालित वाहनों को आग के हवाले कर दिया। जैसे ही कुछ लोगों ने नेशनल गार्ड और पुलिसकर्मियों के सामने अपमानजनक नारे लगाने शुरू किए, पुलिस ने जवाब में आंसू गैस के गोले दागे। माना जा रहा है कि विरोध की शुरुआत बड़े पैमाने पर की गई गिरफ्तारी और संघीय एजेंसियों की कार्रवाइयों के खिलाफ हुई थी।
LAPD ने कार्रवाई की, कई प्रदर्शनकारी गिरफ्तार
फेडरल कॉम्प्लेक्स के बाहर झड़प के बाद लॉस एंजिल्स पुलिस विभाग (LAPD) ने उस क्षेत्र को गैरकानूनी जमावड़े का स्थान घोषित कर दिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस, डंडों और अन्य कम घातक हथियारों का प्रयोग किया। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने कूड़ा जलाया और सीमा गश्ती वाहनों पर पत्थर फेंके। कई प्रदर्शनकारियों को बोतलें और कंक्रीट फेंकने के आरोप में हिरासत में लिया गया है।
प्रदर्शन में शामिल लोगों की पृष्ठभूमि
प्रदर्शन में शामिल अधिकतर लोग मैक्सिकन मूल के बताए जा रहे हैं, जो अमेरिकी आव्रजन नीतियों के खिलाफ नाराजगी जता रहे हैं। वे मैक्सिकन झंडे लेकर नारेबाजी कर रहे हैं और संघीय नीतियों के खिलाफ पोस्टर भी दिखा रहे हैं।
प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि
बीते शुक्रवार रात शहर के विभिन्न हिस्सों में की गई छापेमारी के बाद यह विरोध शुरू हुआ था, जो अब पूरे लॉस एंजिल्स में फैल गया है। डाउनटाउन स्थित फेडरल बिल्डिंग और डिटेंशन सेंटर के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई, जहां अब तक झड़पें जारी हैं। कॉम्पटन और पैरामाउंट जैसे दक्षिणी इलाकों में भी बड़े पैमाने पर विरोध देखा गया है।
स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस पर वस्तुएं फेंकने के बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए, जिसके चलते पुलिस ने जमावड़े को अवैध घोषित कर कार्रवाई की। व्हाइट हाउस ने कहा है कि नेशनल गार्ड की तैनाती केवल संघीय परिसरों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई है। अब तक 100 से अधिक प्रवासियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जिससे विरोध और तेज हो गया है।