रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से जारी युद्ध को लेकर शांति की दिशा में एक नई संभावना उभरती नजर आ रही है। रूस के सरकारी प्रसारण चैनल आरटी न्यूज के अनुसार, क्रेमलिन ने संकेत दिए हैं कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, विशेषज्ञ स्तर पर प्रारंभिक बातचीत के बाद, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ सीधी वार्ता के लिए तैयार हैं।
यह संकेत ऐसे समय में आया है जब हाल ही में अमेरिका की ओर से रूस के खिलाफ परमाणु पनडुब्बी तैनात करने का आदेश दिया गया था। पुतिन की यह प्रतिक्रिया इस घटनाक्रम से जुड़ी मानी जा रही है। रूस ने अमेरिकी निर्णय पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपनी समुद्री शक्ति की याद दिलाई थी और चेतावनी दी थी कि ऐसा कदम अमेरिका के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है।
अमेरिका की ओर से लगातार दबाव
यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पुतिन पर युद्धविराम के लिए दबाव बनाया जा रहा है। ट्रंप अब तक रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए तीन अलग-अलग युद्धविराम प्रस्ताव दे चुके हैं, जिन्हें यूक्रेन ने स्वीकार किया, जबकि रूस ने खारिज कर दिया।
ज़ेलेंस्की की सीधी बातचीत की मांग
हालांकि दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडलों के बीच कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं, लेकिन ठोस परिणाम नहीं निकल सके हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की बीते कुछ हफ्तों से लगातार इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि बातचीत सीधे पुतिन से हो, और वह भी अमेरिकी राष्ट्रपति की मौजूदगी में। पुतिन ने अब तक ऐसे प्रस्तावों को ठुकराया है क्योंकि उनका मानना है कि ज़ेलेंस्की से सीधी बातचीत उन्हें यूक्रेन का वैध नेता स्वीकार करने के समान होगा — जो कि रूस के युद्ध सिद्धांत के विपरीत है।
गौरतलब है कि पुतिन यूक्रेन को एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र के रूप में मान्यता नहीं देते और ज़ेलेंस्की को वैध राष्ट्राध्यक्ष नहीं स्वीकार करते हैं। यही रूसी रुख अब तक दोनों देशों के बीच सीधी उच्चस्तरीय बातचीत की सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है।