रूस के लड़ाकू विमानों और ड्रोन ने नाटो के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की, जिस पर ब्रिटेन ने गहरा ऐतराज जताया है। ब्रिटिश विदेश कार्यालय ने इस घटना को अस्वीकार्य बताया और लंदन में रूस के राजदूत आंद्रेई केलिन को तलब किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पिछले सप्ताह रूस के ड्रोन ने पोलैंड और नाटो के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। इसके बाद शनिवार को रोमानियाई हवाई क्षेत्र में फिर से घुसपैठ की गई। ब्रिटेन ने स्पष्ट किया कि रूस को समझना चाहिए कि उसकी बढ़ती आक्रामकता नाटो सहयोगियों के बीच एकता और यूक्रेन के समर्थन को मजबूत करती है।
ब्रिटेन ने चेतावनी दी है कि किसी भी भविष्य की घुसपैठ का बलपूर्वक सामना किया जाएगा और रूस को यूक्रेन पर अपना अवैध युद्ध समाप्त करना होगा। ब्रिटेन ने पोलैंड, रोमानिया, यूक्रेन और नाटो सहयोगियों के साथ मिलकर इन लापरवाह कार्रवाइयों की निंदा की।
बुधवार को कई रूसी ड्रोन पोलैंड में प्रवेश कर गए, जिसे यूरोपीय अधिकारियों ने जानबूझकर उकसाने वाली कार्रवाई बताया। नाटो ने इन्हें रोकने के लिए लड़ाकू विमान तैनात किए। इस घटना ने यूक्रेन में रूस के तीन साल से अधिक समय से चल रहे युद्ध को लेकर चिंताओं को और बढ़ा दिया।
2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर पूर्ण आक्रमण के बाद से पोलिश हवाई क्षेत्र का कई बार उल्लंघन हो चुका है, लेकिन इस बार का पैमाना सबसे गंभीर माना गया। रोमानिया ने शनिवार को बताया कि उसने अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने वाले ड्रोन को रोकने के लिए दो F-16 जेट तैनात किए। रक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा कि ड्रोन आबादी वाले क्षेत्रों के ऊपर नहीं उड़ा और इससे जनता को कोई तात्कालिक खतरा नहीं था।