पाकिस्तान ने अयोध्या में राम मंदिर के ध्वजारोहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागीदारी पर टिप्पणी की, जिसे भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पड़ोसी देश की यह टिप्पणी पूरी तरह अवमाननापूर्ण है और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के पास दूसरों को नैतिक उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “कट्टरता, दमन और अल्पसंख्यकों के साथ प्रणालीगत दुर्व्यवहार के गहरे दाग पाकिस्तान के रिकॉर्ड में दर्ज हैं। पाखंडपूर्ण टिप्पणियों के बजाय उन्हें अपने मानवाधिकार रिकॉर्ड पर ध्यान देना चाहिए।”

इस बयान के माध्यम से भारत ने स्पष्ट कर दिया कि धार्मिक आयोजन में शामिल होने के अधिकार पर किसी भी बाहरी टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।