अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और इस्राइल के बीच हुए युद्धविराम उल्लंघन के कुछ ही समय बाद सोशल मीडिया पर स्थिति को लेकर अहम जानकारी साझा की। ट्रुथ सोशल पर अपने बयान में उन्होंने कहा, "इस्राइल अब ईरान पर हमला नहीं करेगा। सभी विमान वापस लौट रहे हैं और ईरान की ओर मित्रता का संकेत देंगे। किसी को नुकसान नहीं होगा और युद्धविराम बरकरार रहेगा।"

ट्रंप ने इसके तुरंत बाद एक और पोस्ट में कहा कि ईरान अपनी परमाणु क्षमताओं का दोबारा विकास नहीं करेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे ईरान में सत्ता परिवर्तन की उम्मीद नहीं कर रहे हैं, क्योंकि संघर्षविराम लागू किया जा चुका है।

इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी पुष्टि की कि राष्ट्रपति ट्रंप से बातचीत के बाद उन्होंने ईरान पर प्रस्तावित हमले को रोक दिया।

https://twitter.com/ANI/status/1937474108641386959?t=lpNTMNHX65XuoGQ-Cdw5Xw&s=19

युद्धविराम उल्लंघन पर ट्रंप ने जताई नाराजगी

ट्रंप ने पहले इस बात पर नाराजगी जताई थी कि ईरान और इस्राइल, दोनों ने युद्धविराम का पालन नहीं किया। यह संघर्षविराम मंगलवार सुबह से प्रभावी होना था, लेकिन शुरू होते ही दोनों देशों के बीच फिर से हमला हुआ। ट्रंप ने इस्राइल को चेतावनी देते हुए कहा कि वह बमबारी तत्काल बंद करे और अपने पायलटों को वापस बुलाए। उन्होंने लिखा, "इस्राइल, बम मत गिराओ। यदि तुमने ऐसा किया तो यह गंभीर उल्लंघन होगा। पायलटों को वापस बुलाओ!"

https://twitter.com/ANI/status/1937468321235894640?t=rAnUpltKWilyac15oFEJag&s=19

हेग में नाटो सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, "ईरान ने युद्धविराम का उल्लंघन किया, लेकिन इस्राइल भी इसमें पीछे नहीं रहा। मैं इस्राइल से संतुष्ट नहीं हूं।"

https://twitter.com/ANI/status/1937472166913528065?t=iIZO8RTcRmC89wti7QLWow&s=19

संघर्षविराम के बाद क्या हुआ?

मंगलवार सुबह इस्राइल ने आरोप लगाया कि युद्धविराम लागू होने के बावजूद ईरान ने उसके हवाई क्षेत्र में मिसाइलें दागीं। हालांकि ईरान की सेना ने इससे इनकार किया। इस्राइल के उत्तरी इलाकों में धमाकों और सायरनों की आवाजें सुनी गईं। इस्राइली रक्षा बलों ने बताया कि उन्होंने दो ईरानी मिसाइलों को मार्ग में ही नष्ट कर दिया।

12 दिनों की लड़ाई के बाद बनी सहमति

ईरान और इस्राइल के बीच यह टकराव लगभग 12 दिन पहले शुरू हुआ था, जब इस्राइल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया। इस्राइल का आरोप है कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा है, जबकि ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। इस संघर्ष में अमेरिका ने भी हिस्सा लिया और ईरान के परमाणु केंद्रों पर बंकर-बस्टर बम गिराए।

युद्धविराम की पहल और ताज़ा संकट

सोमवार को ईरान ने कतर स्थित एक अमेरिकी सैन्य अड्डे पर जवाबी हमला किया, जिसके बाद ट्रंप ने युद्धविराम की घोषणा की थी, जिसे दोनों पक्षों ने स्वीकार किया। हालांकि ताज़ा हमलों के कारण युद्धविराम की वैधता पर सवाल उठने लगे हैं। इस्राइल के वित्त मंत्री बेत्सालेल स्मोटरिच ने एक्स पर लिखा, “तेहरान कांपेगा”, जिससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि तनाव अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है।