वॉशिंगटन। अमेरिका पिछले 31 दिनों से सरकारी शटडाउन का सामना कर रहा है, जिससे प्रशासनिक कार्य ठप पड़ गए हैं। यह अवधि अब तक के सबसे लंबे 35 दिन के शटडाउन से केवल चार दिन कम है। मौजूदा हालात को लेकर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नाराजगी जाहिर करते हुए इसका ठीकरा डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक शूमर पर फोड़ा। उन्होंने इसे “शूमर शटडाउन” करार दिया और रिपब्लिकन नेताओं से विपक्ष के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की अपील की।
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा कि “डेमोक्रेट्स मौका मिलते ही फिलिबस्टर खत्म कर देंगे, सुप्रीम कोर्ट में अपने समर्थक जज नियुक्त करेंगे और दो नए राज्य बनाकर आठ अतिरिक्त इलेक्टोरल वोट हासिल कर लेंगे।” उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन नेताओं को अब कमजोर नहीं बल्कि आक्रामक रुख अपनाना होगा। “रिपब्लिकन मूर्ख या डरपोक न बनें, लड़ें और जीतें,” ट्रंप ने लिखा।
पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि यदि रिपब्लिकन पार्टी मजबूती दिखाए तो “थोपा गया” शटडाउन जल्द खत्म किया जा सकता है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी का एजेंडा संसद से पारित कर देश को फिर से सशक्त बनाया जाएगा, ताकि डेमोक्रेट्स को “अमेरिका को कमजोर करने का दूसरा मौका” न मिले।
ट्रंप ने मौजूदा राजनीतिक संघर्ष को “देश के अस्तित्व की लड़ाई” बताते हुए कहा, “अगर तुमने फिलिबस्टर खत्म नहीं किया तो पछताना पड़ेगा। यह सिर्फ शटडाउन का मुद्दा नहीं, बल्कि अमेरिका की आत्मा की जंग है।”
क्या है फिलिबस्टर प्रक्रिया?
अमेरिकी सीनेट में फिलिबस्टर एक संसदीय नियम है, जिसके तहत सांसद किसी विधेयक पर बहस को जानबूझकर लंबा खींच सकते हैं ताकि मतदान में देरी हो या प्रस्ताव पारित न हो सके। इस प्रक्रिया के कारण कई बार जरूरी विधेयक अटक जाते हैं।
डेमोक्रेट नेता चक शूमर को मौजूदा शटडाउन के लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। दिलचस्प यह है कि इसी साल अप्रैल में न्यू जर्सी से डेमोक्रेट सीनेटर कोरी बुकर ने अमेरिकी संसदीय इतिहास का सबसे लंबा भाषण देकर रिकॉर्ड बनाया था। बुकर ने लगातार 25 घंटे 5 मिनट तक बोलते हुए ट्रंप प्रशासन और उसकी नीतियों की कड़ी आलोचना की थी।