रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को थामने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगी लगातार प्रयासरत हैं। इसी क्रम में अलास्का में हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात हुई थी। अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में कई यूरोपीय नेता भी हिस्सा लेंगे।

यूरोपीय नेताओं की सक्रियता का कारण फरवरी में व्हाइट हाउस में हुई ट्रंप-जेलेंस्की की विवादास्पद वार्ता भी है, जिसने उस समय तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी थी। माना जा रहा है कि इस बार यूरोपीय देशों की मौजूदगी से प्रक्रिया अधिक पारदर्शी रहेगी और यूक्रेन पर किसी तरह का अनावश्यक दबाव नहीं बनेगा।

ट्रंप पहले ही संकेत दे चुके हैं कि वे रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौते की मध्यस्थता करना चाहते हैं। लेकिन यूरोप को आशंका है कि इस प्रक्रिया में कहीं यूक्रेन के हितों की अनदेखी न हो। यही वजह है कि यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज और नाटो महासचिव मार्क रुटे सहित कई बड़े नेता व्हाइट हाउस पहुँचेंगे।

बीते शुक्रवार को ट्रंप और पुतिन के बीच हुई वार्ता में जेलेंस्की को शामिल न किए जाने से यूरोप और यूक्रेन की चिंताएँ और गहरी हो गई थीं। अब यूरोपीय नेताओं की सामूहिक उपस्थिति को इस रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है कि किसी भी समझौते में यूक्रेन को कमजोर स्थिति में न आने दिया जाए।