गाजा युद्धविराम के लिए ट्रंप का प्लान, नेतन्याहू राजी, हमास पर दबाव

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से चर्चा के बाद गाजा में युद्धविराम के लिए विस्तृत शांति योजना पेश की है। देर रात जारी संयुक्त बयान में दोनों नेताओं ने कहा कि वे गाजा में संघर्ष समाप्त करने पर सहमत हैं। हालांकि अब नजर इस बात पर है कि हमास इन शर्तों को मानता है या नहीं। ट्रंप ने साफ कर दिया कि अगर हमास समझौते को नकारता है, तो अमेरिका पूरी ताकत से इस्राइल का साथ देगा।

21 सूत्री योजना पेश

ट्रंप प्रशासन ने गाजा संकट को खत्म करने और भविष्य की व्यवस्था तय करने के लिए 21 बिंदुओं वाला खाका जारी किया। इसमें युद्धविराम के तुरंत लागू होने, 48 घंटों में बंधकों की रिहाई और गाजा से इस्राइली सेनाओं की क्रमिक वापसी का प्रावधान शामिल है। साथ ही, हमास का शासन समाप्त कर गाजा में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल की तैनाती का प्रस्ताव भी रखा गया है।

प्रस्ताव की अहम बातें

  • तुरंत युद्धविराम और सैन्य कार्रवाई पर रोक
  • 72 घंटे में सभी बंधकों की वापसी
  • गाजा से इस्राइली सैनिकों की वापसी तय समय सीमा में
  • गाजा पर कब्जा या विलय नहीं करेगा इस्राइल
  • अंतरराष्ट्रीय बल की तैनाती और तकनीकी समिति को प्रशासन सौंपना
  • गाजा के पुनर्निर्माण के लिए विशेष आर्थिक पैकेज

योजना के मुताबिक गाजा को “आतंकवाद मुक्त क्षेत्र” बनाया जाएगा। मानवीय सहायता संयुक्त राष्ट्र और रेड क्रिसेंट जैसी एजेंसियों के जरिए पहुँचेगी, जबकि हमास और अन्य गुट किसी भी रूप में प्रशासन में शामिल नहीं होंगे। जिन हमास सदस्यों को क्षेत्र छोड़ना है, उन्हें सुरक्षित निकासी का अवसर दिया जाएगा। वहीं, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व स्वीकार करने वाले लोगों को माफी भी दी जाएगी।

नेतन्याहू ने मांगी माफी

इस बीच, इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने क़तर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से फोन पर बात की और हाल ही में हुए मिसाइल हमले में एक क़तरी सैनिक की मौत पर खेद जताया। व्हाइट हाउस के अनुसार नेतन्याहू ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में ऐसी घटना दोहराई नहीं जाएगी।

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