अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि यदि आने वाले 50 दिनों में यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने को लेकर कोई ठोस समझौता नहीं हुआ, तो अमेरिका रूस पर सख्त आयात शुल्क (टैरिफ) लगाएगा। एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप ने यह टिप्पणी नाटो के महासचिव मार्क रूटे के साथ व्हाइट हाउस में हुई बैठक के दौरान की। उन्होंने यह भी कहा कि ये टैरिफ 100 प्रतिशत तक हो सकते हैं, हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि यह किन वस्तुओं पर लागू होंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस चेतावनी को ‘सेकेंडरी टैरिफ’ की संज्ञा दी, जो रूस के व्यापारिक सहयोगी देशों पर भी प्रभाव डाल सकते हैं। उनका कहना है कि यह आर्थिक दबाव युद्ध समाप्त करने की दिशा में रूस पर निर्णायक असर डालेगा।
नाटो महासचिव मार्क रूटे ने बैठक में जानकारी दी कि यूरोपीय देश अमेरिका से हथियार खरीदने की प्रक्रिया में हैं, ताकि यूक्रेन को सैन्य सहयोग दिया जा सके। उन्होंने कहा कि रूस पर दबाव बढ़ाने के लिए मिसाइल, वायु रक्षा प्रणाली और गोला-बारूद की आपूर्ति जल्द से जल्द की जाएगी।
रूटे के अनुसार जर्मनी, स्वीडन, कनाडा, डेनमार्क, फिनलैंड, ब्रिटेन और नॉर्वे जैसे देश इस हथियार सौदे में भाग ले रहे हैं। उनका मानना है कि यह रणनीति राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को शांति वार्ता पर विचार करने को विवश कर सकती है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने भी पुष्टि की कि यूरोपीय सरकारें एक नए समझौते के तहत यूक्रेन को हथियार और रक्षा सामग्री मुहैया कराएंगी। ट्रंप ने जोर देकर कहा कि अगर तय समयसीमा में कोई समझौता नहीं हुआ तो रूस के सभी निर्यातों पर 100 प्रतिशत तक टैरिफ लगाना पुतिन को यह स्पष्ट संदेश देगा कि अब अमेरिका और उसके सहयोगी देश इस युद्ध को समाप्त करने के लिए गंभीर हैं।