तीन वर्षों से जारी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कीव को एक महत्वपूर्ण सैन्य सहायता मिलने जा रही है। यह सहायता ऐसे समय में आ रही है जब रूस ने हाल के दिनों में यूक्रेन पर हमलों की तीव्रता बढ़ा दी है। नीदरलैंड ने घोषणा की है कि वह अमेरिका से हथियार खरीदकर यूक्रेन को उपलब्ध कराएगा। इस डील के तहत नीदरलैंड 500 मिलियन यूरो (लगभग 578 मिलियन डॉलर) का योगदान देगा।
यह मदद नाटो और अमेरिका की साझा योजना ‘NATO Prioritised Ukraine Requirements List (PURL)’ के अंतर्गत दी जा रही है, जिसे हाल ही में लॉन्च किया गया है।
क्या-क्या मिलेगा यूक्रेन को?
इस समझौते के तहत यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने वाला नीदरलैंड पहला देश बन गया है। डच रक्षा मंत्री रुबेन ब्रेकलमैन्स ने सोशल मीडिया मंच X पर बताया कि सहायता पैकेज में पैट्रियट मिसाइल प्रणाली और उससे जुड़े कलपुर्जे शामिल हैं। नाटो महासचिव मार्क रुटे, जो पूर्व में नीदरलैंड के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं, ने इस निर्णय का स्वागत करते हुए अन्य सदस्य देशों से भी इसमें भागीदारी की अपील की है।
क्या है PURL योजना?
यह योजना बीते महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित की गई थी। योजना के अनुसार, यूरोपीय देश वॉशिंगटन को भुगतान करेंगे और अमेरिका के गोदामों में रखे हथियार तथा गोला-बारूद यूक्रेन को भेजे जाएंगे। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नीदरलैंड की इस घोषणा की सराहना की है और कहा है कि यह प्रयास पूरे यूरोप को रूसी हमलों से सुरक्षित करने में सहायक सिद्ध होगा।
मॉस्को जाएंगे अमेरिका के विशेष दूत
ब्रिटिश अखबार द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ जल्द ही मॉस्को की यात्रा पर जा सकते हैं। हाल ही में ट्रंप ने रूस को यूक्रेन युद्ध समाप्त करने की समयसीमा दी थी और चेतावनी दी थी कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो रूस को कठोर अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विटकॉफ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यह अपील करेंगे कि कोई ऐसा समझौता किया जाए जिससे हिंसा का अंत हो सके।