इस्लामाबाद/कराची। पाकिस्तान में भीषण बाढ़ से हालात बेकाबू हो गए हैं। देश के कई हिस्सों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त है और पंजाब प्रांत सबसे ज़्यादा प्रभावित हुआ है। तीन बड़े दरियाओं—रावी, सतलुज और चेनाब—के उफान ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अकेले पंजाब में ही 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पूरे देश में अब तक 231 जानें जा चुकी हैं।
गंभीर हालात को देखते हुए पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मदद मांगी है। अमेरिकी सेना का एक विशेष विमान आपातकालीन राहत सामग्री लेकर इस्लामाबाद के पास नूर खान एयरबेस पर उतरा। अमेरिकी दूतावास ने बताया कि यह सहायता पाकिस्तान आर्मी के अनुरोध पर भेजी गई है।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संबंधित मंत्रालयों को दो हफ्तों में व्यापक योजना बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में मानसून और बाढ़ से बेहतर तरीके से निपटा जा सके। उधर, पंजाब डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने चेतावनी जारी की है कि आने वाले दिनों में और भारी बारिश तथा शहरी बाढ़ की आशंका है।
सिंध प्रांत में भी हालात बिगड़ने लगे हैं। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि 1,600 से अधिक गांवों में पानी घुस सकता है और 16 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हो सकते हैं। अभी तक लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं। सूबे में 500 से ज्यादा राहत और 150 मेडिकल कैंप बनाए गए हैं।
बढ़ते संकट को देखते हुए पाकिस्तान सरकार दावा कर रही है कि इस बार वह जान-माल का नुकसान कम से कम रखने की कोशिश करेगी, लेकिन हालात उसके नियंत्रण से बाहर होते नज़र आ रहे हैं।