स्थापना दिवस: पीएम मोदी बोले- भाजपा कार्यकर्ताओं का सेवा भाव हनुमान की तरह

छह अप्रैल 1980 को गठित हुई भाजपा आज अपना 43वां स्थापना दिवस मना रही है। स्थापना दिवस के अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी कार्यालय पर पार्टी का झंडा फहराया और कार्यकर्ताओं को लगातार आगे बढ़ते रहने का संकल्प दिलाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और सेवा के अपने मूल मंत्र को अपनाते हुए देश की जनता की सेवा में लगातार जुटे रहने की बात कही। भाजपा नेताओं ने अपने संबोधन के जरिए न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने का काम किया, बल्कि इसी के माध्यम से 2024 लोकसभा चुनाव का एजेंडा भी सेट कर दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हनुमान जन्मोत्सव के सहारे यह कहा कि उन्हें भक्ति और उदारता का पर्याय माना जाता है, लेकिन जब उन्हें राक्षसों का वध करना होता था, तब वे कठोर भी हो जाते थे। इसके माध्यम से उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को भ्रष्टाचार के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए आगे बढ़ने की बात कही। प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात ऐसे अवसर पर कही है जब विपक्षी दल केंद्रीय जांच एजेंसियों की भूमिका पर लगातार प्रश्न खड़ा कर रहे हैं।

उनका आरोप है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग राजनीतिक बदले के कारण किया जा रहा है। लेकिन इसी मद में सर्वोच्च न्यायालय में 14 विपक्षी दलों का दावा कमजोर होने से भाजपा को और ज्यादा ताकत मिली है। अब यह माना जा सकता है कि भाजपा सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध और ज्यादा कठोर रुख अपनाएगी और अगले लोकसभा चुनाव में इसे अपनी उपलब्धि बताते हुए जनता के बीच जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके सेवा भाव को भगवान हनुमान की तरह बताते हुए कहा कि उनके लिए कोई कार्य असंभव नहीं है। वे जनता के बीच जाएं और सेवा भाव के जरिए जनता की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि भारत आज अपनी शक्ति का अनुभव कर चुका है और वह लगातार आगे बढ़ने के प्रयास कर रहा है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज भाजपा पूरी दुनिया में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। देश के कोने-कोने तक उसके कार्यकर्ता सेवाभाव में जुटे रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज 1.80 लाख शक्ति केंद्र और 8.40 लाख बूथों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति हो चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा देश के उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक हर कोने तक पहुंच चुकी है।     

भाजपा की सबसे बड़ी शक्ति क्या है?

राजनीतिक विश्लेषक सुनील पांडेय ने अमर उजाला से कहा कि भाजपा केवल दो लोकसभा सीटों से आज 303 लोकसभा सीटों तक पहुंचने में सफल रही है, तो इसका श्रेय इसकी नीतियों और इसके सर्वोच्च नेताओं का एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह लगातार मेहनत करने में जुटे रहना है। उन्होंने कहा कि आज जब पार्टी के स्थापना दिवस समारोहों की शुरुआत की गई तब जेपी नड्डा ने केवल इसे आदेश के तौर पर नहीं पारित किया, बल्कि स्वयं दिल्ली के एक इलाके में पहुंचकर वॉल राइटिंग कर इस अभियान की शुरुआत की।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, जब वे स्वयं आगे बढ़कर अपने हाथ से कोई काम करने लगते हैं तो इससे भाजपा का सामान्य कार्यकर्ता उत्साहित हो जाता है और वह दोगुने जोश के साथ मैदान में उतरता है। यही कारण है कि भाजपा लगातार आगे बढ़ रही है। दूसरे दलों में इसी तरह की भावना की कमी देखी जाती है।  

बहुसंख्यकों की भावनाओं की कद्र

सुनील पांडेय ने कहा कि देश की बहुसंख्यक आबादी को यह अनुभव हो रहा था कि पूर्व की सरकारों में उसकी उपेक्षा हो रही है। भाजपा ने जनता की इसी नब्ज को पकड़ा और उसे राष्ट्रीय स्वाभिमान से जोड़ दिया। आज उसका परिणाम सामने है। दूसरे राजनीतिक दल भी उसकी नकल करने की कोशिश करते हुए देखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जिस तरह सेवा भाव और भ्रष्टाचार को प्रमुखता देने की रणनीति अपनाई है, यह माना जा सकता है कि इन्हीं मुद्दों के सहारे वह लोकसभा चुनाव में उतरेगी और बढ़त हासिल करने की स्थिति में होगी।

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