GIS 2023: चेन्नई से यूपी में निवेश के लिए मिले बड़ी संख्या में प्रस्ताव

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के लिए चेन्नई यूपी के मंत्रियों व अधिकारियों की टीम को उत्साह बढ़ाने वाले परिणाम मिले हैं। आईटीसी ग्रैंड चोला में सोमवार को आयोजित बिजनेट टू गवर्नमेंट मीटिंग के दौरान दक्षिण भारत के उद्योगपतियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान सभी ने उत्तर प्रदेश को निवेश के लिहाज से अपार संभावनाओं वाला प्रदेश बताया। कोई यूपी के धार्मिक शहरों को ट्रांसपोर्ट सेवाओं के जरिए जोड़ने में निवेश करने की चाह लिए दिखा तो किसी ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निवेश करने के लिए उत्साह दिखाया। साथ ही वाराणसी में हुए काशी तमिल संगमम की भी वहां के उद्यमियों ने काफी सराहना की।

चेन्नई गई टीम में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना के साथ ही मंत्री असीम अरुण, नितिन अग्रवाल और नरेंद्र कश्यप शामिल हैं। डिफेंस, होटल एंड डिस्टलरीज, रिन्यूवल एनर्जी, हेल्थ केयर, शुगर मिल और वित्तीय सेवाओं में निवेश के लिए उद्यमियों ने सकारात्मक रुख दिखाया। बातचीत के दौरान उद्यमियों ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में काफी विकास कार्य हुए हैं। ऐसा पहली बार हुआ है, जब उत्तर प्रदेश की किसी सरकार ने तमिलनाडु के उद्यमियों को प्रदेश के विकास में साझीदार बनाने की पहल की है। निवेशकों ने हाल ही में वाराणसी में हुए काशी तमिल संगमम को तमिलनाडु से प्रगाढ़ता बढ़ाने के क्षेत्र में काफी सकारात्मक प्रयास बताया है।

प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में पैटर्सन इनर्जी चलाने वाले उद्यमी अमरनाथ ने बताया कि उनकी कंपनी यूपी में पहले से ही कार्य कर रही है। मथुरा में नगर निगम के साथ मिलकर उनकी कंपनी प्लास्टिक वेस्ट सॉल्यूशन के क्षेत्र में कार्य कर रही है। इसके लिए पैटर्सन कंपनी की ओर से मथुरा में एक प्लांट भी लगाया गया है। अमरनाथ के अनुसार, योगी सरकार के कार्यकाल में यूपी में कार्य करने का उनका अनुभव काफी सुखद रहा है। उन्होंने बताया कि एक उद्योग लगाने के लिए कई प्रकार की अनुमतियां प्राप्त करनी होती हैं, जोकि उत्तर प्रदेश में पहले काफी चुनौतीपूर्ण कार्य था। हमें सभी प्रकार की एनओसी हासिल करने में काफी आसानी हुई।

केमिकल इंडस्ट्री में अपार संभावनाएं
सीट्रेक्स पेट्रोकेमिकल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर इल्लेना ने बताया कि योगी सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों से मुलाकात करना बेहद शानदार अनुभव रहा। गुजरात और महाराष्ट्र के बाद उत्तर प्रदेश में केमिकल इंडस्ट्री में अपार संभावनाएं हैं। हमारी कंपनी की इच्छा यूपी में पेट्रोकेमिकल्स सेक्टर में निवेश करने की है। यूपी एक बड़ा राज्य है, जहां पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में दो-दो बड़े प्लांट मौजूद हैं। साथ ही यूपी का देश की राजधानी नई दिल्ली के करीब होना भी उद्योग जगत के लिए काफी फायदेमंद है। इसके अलावा नोएडा में काफी संख्या में केमिल्स इंडस्ट्रीज हैं।

डिफेंस कॉरीडोर में निवेश करेगी मेल्स सिस्टम
मेल्स सिस्टम एंड सर्विसेज के मैनेजिंग डायरेक्टर टी श्रीनिवासन ने बताया कि उनकी कंपनी 27 साल से डिफेंस सेक्टर में कार्य कर रही है। हम आर्मी के लिए ऑटोमेटेड टेस्ट सिस्टम की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में बढ़िया काम कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में बन रहे डिफेंस कॉरीडोर में निवेश के लिए हमारी कंपनी इच्छुक है। यूपी के शहर पहले से ज्यादा साफ  सुथरे हुए हैं। इसके अलावा रोड इंफ्रास्ट्रक्चर भी काफी मजबूत हुआ है।

मुरगप्पन ग्रुप ने कई सेक्टरों में दिखाई रुचि
सुरेश खन्ना ने मुरुगप्पा ग्रुप के वाइस चैयरमैन एमएम मुरगप्पन से मुलाकात कर उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर चर्चा की। मुरगप्पन ग्रुप चीनी मिल, फर्टिलाइजर प्लांट, ऑर्गेनिक खेती के अलावा लोन, इंश्योरेंस और रिस्क मैनेजमेंट के क्षेत्र में निवेश कर सकती है। इंफ्रास्ट्रक्चर, सिंथेटिक बायोलॉजी व रिन्यूवल एनर्जी के क्षेत्र में काम कर रही इंदिरा प्रोजेक्ट के सीएमडी भूपेश नागराजन से मुलाकात हुई। उन्होंने 300 करोड़ के नॉट बाउंड एमओयू पर दस्तखत किए हैं। ट्रीवीट्रोन कंपनी के वाइस चेयरमैन ए गणेशन के प्रतिनिधि श्रीधरन ने नोएडा में बन रहे मेडिकल डिवाइस पार्क को स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बहुत उपयोगी बताया।

ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक क्षेत्र में आएंगे बड़े प्लेयर
प्रवीन ग्रुप के सीएमडी मोहम्मद अफजल ने हॉस्पिटालिटी, ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताई है। एम्पी और हिल्टन ग्रुप के शीजू पुरुषोत्तम ने होटल एवं डिस्टिलरीज सेक्टर में, पैटरर्सन इनर्जी के अमरनाथ ने रिन्यूवल एनर्जी के सेक्टर में और सविता यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो चंद्रम शिवाजी ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताई है। टेंथ प्लैनेट टेक्नोलॉजी प्रा. लि. से कुमारन मणि, कोलियर्स से कार्तिक राजन, सेटेक्स फार्मा से गौतमन, फरीदा ग्रुप से रुफीक अहमद, नानविन एनर्जी से नंदकुमार और माइक्रोकेम प्रोडक्ट इंडिया प्रा लि से नितिन शेरॉफ  ने भी मुलाकात की।

छह बहुराष्ट्रीय कंपनियां यूपी में करेंगी 17 हजार करोड़ का निवेश

यूरोप की बड़ी कंपनियां यूपी में 17 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही हैं। इनमें सैमसन, मदरसन और सेरनेका इंटरनेशनल ग्रुप जैसी छह बहुराष्ट्रीय कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने प्रदेश सरकार से एमओयू साइन किया है। इन कंपनियों के निवेश से प्रदेश में 21 हजार से ज्यादा युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

फरवरी में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-23) में निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन में टीम भेजी थी। इसमें उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद शामिल थे। इस टीम ने औद्योगिक घरानों और सरकार के प्रतिनिधियों से 20 बैठकें कीं। इन देशों में हुए विभिन्न कार्यक्रमों में टीम ने कई उद्यमियों से मुलाकात भी की थी। इससे 19 बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने यूपी में 176740 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव (लेटर ऑफ  इंटेंट) दिया था। इससे लगभग 50 हजार रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है। इन्हीं में से 6 कंपनियों ने सरकार से 17 हजार करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए हैं। ये कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग, फूड प्रोसेसिंग, फिल्म उद्योग, अपशिष्ट शोधन, अक्षय ऊर्जा और ऑटोमोबाइल एंसिलरी सेक्टर में निवेश करेंगी।

ये कंपनियां करेंगी निवेश
जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की कंपनी सैमसन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में प्रदेश में दो हजार करोड़ का निवेश करेगी। इससे पांच हजार रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। ऑटोमोबाइल एंसिलरी में इसी शहर की मदरसन कंपनी 500 करोड़ का निवेश करेगी। इससे दो हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित होंगे। बेल्जियम के ब्रूसेल्स की कंपनी एग्रीस्टो मासा और जेमिनी कॉरपोरेशन क्रमश: तीन सौ और दो सौ करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। इससे डेढ़ हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। स्वीडन के स्टॉकहोम की कंपनी सेरनेका इंटरनेशनल ग्रुप और बोसॉन एनर्जी एस, फिल्म सिटी में दस हजार करोड़ का निवेश करेंगी। इससे तीन हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित होंगे। वहीं बोसॉन एनर्जी एस, अक्षय ऊर्जा में एक हजार करोड़ का निवेश करेगी। इससे एक हजार रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

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