यूक्रेन में फंसे झारखंड के लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केन्द्र सरकार (Central Government) से अपील की कि वो युद्धग्रस्त यूक्रेन (Ukraine Crisis) में फंसे भारतीय छात्रों व अन्य लोगों की मदद करे. सीएम हेमंत (CM Hemant) ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार देश से पढ़ाई अथवा काम करने यूक्रेन (Ukraine) गए अन्य लोगों की मदद करें. देश के अन्य राज्यों की तरह झारखंड (Jharkhand) के भी सैकड़ों नौकरीपेशा और विद्यार्थी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. लगातार वहां हो रहे बम धमाकों से वो दहशत में हैं, जबकि यहां उनके परिवारवाले भी खौफ में हैं. उन्होंने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) से अपने बच्चों तथा सगे संबंधियों को युद्धग्रस्त यूक्रेन से वापस लाने की गुहार लगाई है.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से आग्रह किया-Panchayat  Times

यूक्रेन में फंसे झारखंड के लोगों के बारे में सही जानकारी मिल सके और उनकी देश वापसी सुनिश्चित कराई जा सके इसके लिए राज्य सरकार की ओर से प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यूक्रेन में पढ़ने या रोजगार के लिए गए झारखंडवासियों और उनके परिवारजनों से अपील की है. उन्होंने ट्विटर पर फोन नंबर जारी करते हुए कहा है कि कृपया झारखंड कंट्रोल रूम के निम्न फोन नंबरों पर संपर्क कर जानकारी देने की कृपा करें.

सीएम हेमंत ने ट्वीट किया, ‘यूक्रेन में पढ़ने या रोजगार के लिए गए झारखण्डवासियों अथवा उनके परिवारजनों से अपील है कृपया झारखण्ड कंट्रोल रूम के निम्न फोन नंबरों पर संपर्क कर जानकारी देने की कृपा करें। राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार के साथ मिलकर सभी को हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी। @IndiainUkraine @MEAIndia

कंट्रोल रूम में कुल जारी 11 फोन नंबर, इसमें 5 हैं व्हाट्सएप नंबर

नियंत्रण कक्ष
0651 –  2481055
0651 –  2480058
0651 –  2480083
0651 –  2482052
0651 –  2481037
0651 –  2481188

व्हाट्सएप्प नंबर
9470132591
9431336427
9431336398
9431336472
9431336432

दरअसल यूक्रेन में झारखंड के लगभग दो हजार छात्र पढ़ते हैं. इनमें से अधिकतर यहां मेडिकल की पढ़ाई के लिए गए हैं. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ने के बाद वो सब वहां से निकलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. जिन यूनिवर्सिटिज में वो पढ़ाई कर रहे हैं वो क्लास एबसेंट करने पर छात्रों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की बात कर रहे हैं. इसे देखते हुए छात्रों के बीच लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

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