अयोध्या: पांच सीटों में से बीजेपी को सिर्फ तीन सीटों पर हासिल हुई जीत

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव संपन्न हो गया है. अयोध्या जिले की 5 विधानसभा सीटों का रिजल्ट भी घोषित हो चुका है. राम के नाम की सियासत से बीजेपी केंद्र से लेकर कई राज्यों में शासन कर रही है. लेकिन राम की जन्मभूमि अयोध्या जिले के पांच विधानसभा सीटों में बीजेपी को सिर्फ तीन सीटों पर ही फतह हासिल हुई है. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को अयोध्या जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर जीत हासिल हुई थी. मोदी लहर में बीजेपी को पूर्ण बहुमत भी मिला था. भले ही अयोध्या जिले की 2 विधानसभा सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल नहीं की है, लेकिन राज्य में बहुमत से ज्यादा सीटों पर काबिज होकर सत्ता में वापसी कर ली है.

यूपी के इतिहास में ऐसा दूसरा बार हुआ है जब की सत्तासीन पार्टी ने बहुमत के साथ दोबारा सत्ता वापसी की है. सीएम योगी (CM Yogi) ने जिस अयोध्या जिले में 50 से ज्यादा बार दौरा कर अन्य सियासी पार्टियों को सियासत में राम अयोध्या और हिंदुत्व का महत्व बताया, उसी अयोध्या की 2 विधानसभा सीटों पर बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा. हालांकि 3 विधानसभाओं पर जनता से पिछली बार के विधायकों (BJP MLA) पर ही विश्वास जताया है. जनता ने उन्हें दोबारा चुनकर सत्ता में वापसी कराई है.

अयोध्या सीट पर दोबारा जीते बीजेपी प्रत्याशी

अयोध्या जिले की पांच विधानसभाओं पर बीजेपी ने अपने प्रत्याशी उतारे थे. अयोध्या विधानसभा सीट पर वेद प्रकाश गुप्ता, रुदौली विधानसभा सीट पर रामचंद्र यादव, बीकापुर विधानसभा सीट पर डॉ अमित सिंह चौहान, गोसाईगंज विधानसभा सीट पर आरती तिवारी, मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर बाबा गोरखनाथ पर बीजेपी ने विश्वास दिखाया था. अयोध्या विधानसभा पर वेद प्रकाश गुप्ता ने लगातार दूसरी बार विजय हासिल की है. बीजेपी प्रत्याशी ने समाजवादी पार्टी के तेज नारायण पांडे को 20325 वोटों से मात दी है.

रुदौली विधानसभा पर बीजेपी प्रत्याशी रामचंद्र यादव ने जीत का परचम लहराकर हैट्रिक लगाई है. गोसाईगंज विधानसभा से 2017 में बीजेपी और अपना दल के गठबंधन से चुनाव लड़कर जीक हासिल की थी. इस चुनाव बीजेपी ने बाहुबली नेता इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू तिवारी की पत्नी आरती तिवारी को प्रत्याशी बनाया था. सीएम योगी ने खुद आरती तिवारी के समर्थन में जनसभाएं की थीं, लेकिन बीजेपी यह सीट नहीं जीत सकी. इस सीट पर समाजवादी पार्टी के बाहुबली नेता अभय सिंह ने परचम लहराया है.

बीएसपी प्रत्याशी ने बिगाड़ा बीजेपी का समीकरण

अभय सिंह ने 11774 वोटों से आरती तिवारी को मात दी, है. क्षत्रिय ब्राह्मण और कुर्मी वोट बाहुल्य विधानसभा में बीएसपी के सक्रिय प्रत्याशी राम सागर ने बीजेपी का खेल बिगाड़ दिया. बीएसपी के रामसागर को कुल 36405 वोट मिले. राजनीतिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि बीएसपी के इस प्रत्याशी ने गोसाईगंज विधानसभा में बीजेपी के जीत के समीकरण में सेंध लगा दी. यही वजह है कि बीजेपी प्रत्याशी आरती तिवारी 11774 वोटों से हार गईं. मिल्कीपुर विधानसभा (आरक्षित सीट) पर सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद ने जीत हासिल की है. उन्होंने 11630 वोटों से बीजेपी के प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ को शिकस्त ही है.

2017 में मोदी लहर में बाबा गोरखनाथ इस सीट से विजयी हुए थे. इस चुनाव सपा के दिग्गज नेता और कई बार मंत्री रह चुके अवधेश प्रसाद ने बाबा गोरखनाथ को हरा दिया. मिल्कीपुर विधानसभा अनुसूचित जाति ओबीसी और पिछड़ी जाति के वोटरों का बाहुल्य क्षेत्र है. इस विधानसभा में भी बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी ने बीजेपी के विजय रथ पर ब्रेक लगा दिए. बहुजन समाज पार्टी की महिला प्रत्याशी मीरा देवी ने मिल्कीपुर विधानसभा से महज 13771 वोटों तक का ही सफर तय किया.

बीकापुर विधानसभा पर बीजेपी का कब्जा

बीकापुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के युवा प्रत्याशी डॉ अमित सिंह चौहान ने जीत हासिल की है. उन्होंने सपा प्रत्याशी फिरोज खान को 5855 वोटों से मात दे दी. बीकापुर विधानसभा सीट से डॉ अमित सिंह चौहान की मां शोभा सिंह चौहान विधायक रह चुकी हैं. बीकापुर विधानसभा सीट पर बीजेपी और सपा के बीच कड़ा मुकाबला हुआ लेकिन अंत में बीजेपी ने यहां अपना कब्जा जमा लिया

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