कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद ने पत्रकारों को बताया कि बंगलूरू में 20 नवम्बर को जिस ऑटो रिक्शा में विस्फोट हुआ था, उसका संबंध आतंकवादी तत्वों से था। ऑटो रिक्शा में एलईडी से जुड़ा उपकरण मिला है। यह विस्फोट लोगों को गम्भीर रूप से क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया था।
बंगलुरु में ऑटो रिक्शा में हुए धमाके का संबंध वैश्विक आतंकवाद से जुड़ता नजर आ रहा है। धमाकों (ब्लास्ट) के मास्टमाइंड मुहम्मद शारिक का नाम सामने आया है। शारिक ने हाल में तमिलनाडु व केरल का दौरा किया था। शारिक विश्व के अंतर्राष्ट्रीय हैंडलर अब्दुल मतीन ताहा के सम्पर्क में है, जिस पर पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है। पुलिस को शारिक के मैसूर स्थित मकान से सल्फर, फासफोरस व बैटरियां मिली हैं किन्तु शारिक पुलिस के हाथ नहीं आ सका।
दक्षिणी राज्यों- तमिलनाडु, केरल, आंध्र, तेलंगाना और कर्नाटक में आतंकी घटनाओं का बढ़ना खतरनाक संकेत है। दूसरी ओर अतिवादी, उग्रवादी इस्लामिक संगठन इन राज्यों की कानून व्यवस्था को तार-तार करने पर आमादा हैं। ओवैसी जैसे लोग मुस्लिमों के उत्पीड़न का झूठा बहाना लेकर नफरत फैलाने और कानून व्यवस्था को भंग करने में जुटे हैं। स्थानीय दलों का राज होने से स्थिति विषम हुई है। इस चुनौती भरी स्थिति से केवल केन्द्र की दृढ़ता से ही निपटा जा सकता है।
गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’