कंबोडिया में नौकरी के नाम पर ठगी को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा कि कंबोडिया में भारतीय दूतावास उन भारतीय नागरिकों की शिकायतों का तुरंत जवाब दे रहा है, जिन्हें नौकरी देने के नाम पर अवैध साइबर काम करने के लिए मजबूर किया गया था। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसने लगभग 250 भारतीयों को बचाकर वापस लाया जा चुका है। हमारी हालात पर पूरी नजर है।

भारतीय नागरिकों की मदद के लिए प्रतिबद्ध- जयसवाल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि ऐसे घोटालों के बारे में विदेश मंत्रालय और कंबोडिया में भारतीय दूतावास द्वारा भारतीयों को कई सलाह जारी की गई हैं। रणधीर जयसवाल ने कहा कि विदेश मंत्रालय उन सभी भारतीय नागरिकों की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो मंत्रालय का समर्थन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे इन धोखाधड़ी योजनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों पर नकेल कसने के लिए भारत में एजेंसियों के साथ काम कर रहे हैं।

अरुणाचल पर चीन के दावों से फर्क नहीं पड़ता- जयसवाल
इस बीच, गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश के मामले पर हमारी स्थिति स्पष्ट है। हमने इस संबंध में बयान भी जारी किए हैं। चीन जितनी बार चाहे अपने निराधार दावों को दोहरा सकता है। उनके बार-बार बोलने से ऐसा तो है नहीं कि वास्तविक स्थिति बदल जाए। उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा।

रूस के सामने हमने मुद्दे को हटाया है- रणधीर जयसवाल
वहीं, गुरुवार को रूसी सेना में भारतीयों के शामिल होने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि हम लगातार रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं। हमने मामले को उनके सामने दृढ़ता से उठाया है कि हमारे नागरिकों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए और छुट्टी दे दी जाए। अब तक दो लोगों की मौत हुई है, जिनके शव भारत आ गए हैं। इसी बीच, विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि मंत्रालय में वर्तमान में निदेशक सीता राम मीणा को नाइजर गणराज्य में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया है।