पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव ने युद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए थे। जवाबी कार्रवाई के तहत भारत ने पाकिस्तान में सक्रिय आतंकियों पर निशाना साधते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया। इस अभियान में 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए गए और 100 से अधिक आतंकियों का खात्मा हुआ।
बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने खुलासा किया कि इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमान और एक टोही (AWACS) विमान मार गिराया। उन्होंने कहा, “इस कार्रवाई से पाकिस्तान को स्पष्ट और कड़ा संदेश दिया गया।” यह पहली बार है जब वायुसेना के सर्वोच्च पद से पाकिस्तानी वायुसेना को हुए इस नुकसान की आधिकारिक पुष्टि हुई है। हालांकि, पाकिस्तान की ओर से इस पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
एयर चीफ मार्शल ने बताया कि बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को भी पूरी तरह तबाह कर दिया गया था। उनके अनुसार, वहां केवल मलबा बचा था, जबकि आसपास की इमारतें लगभग सुरक्षित थीं। उन्होंने कहा कि हमारे पास न सिर्फ उपग्रह और मिशन के बाद की तस्वीरें थीं, बल्कि स्थानीय मीडिया से मिली तस्वीरों ने भी अंदर की स्थिति स्पष्ट कर दी थी।
ए. पी. सिंह ने कहा कि इस अभियान की सफलता में राजनीतिक इच्छाशक्ति महत्वपूर्ण रही। उन्हें स्पष्ट निर्देश मिले थे और कार्रवाई पर कोई पाबंदी नहीं थी। उन्होंने बताया कि हम कितनी दूर तक जाएंगे, यह हमने खुद तय किया, और हमले सोच-समझकर किए गए ताकि सटीक और परिपक्व परिणाम मिल सकें।
यह संघर्ष 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद शुरू हुआ था। 7 मई की सुबह पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई शुरू हुई, जो चार दिन चली। अंततः 10 मई को शाम पांच बजे युद्धविराम की घोषणा की गई।