भुवनेश्वर। ओडिशा की प्रसिद्ध चिलिका झील पर शुक्रवार को अचानक एक विशाल बवंडर दिखाई दिया, जिसने वहां मौजूद पर्यटकों और स्थानीय मछुआरों में डर पैदा कर दिया। यह बवंडर बारिश के बाद कृष्णप्रसाद ब्लॉक के कालीजई क्षेत्र के पास उत्पन्न हुआ। हालांकि, राहत की बात यह रही कि किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
स्थानीय मछुआरों और पर्यटकों के अनुसार, बवंडर झील के बीचोंबीच बना और कुछ ही देर में समाप्त हो गया। कालीजई मंदिर आए पर्यटकों ने इसे बेहद भयावह अनुभव बताया।
मछुआरों ने बताया कि मौसम बिगड़ते ही या बारिश के संकेत मिलने पर वे तुरंत किनारे लौट आते हैं। उनकी इस सतर्कता के कारण इस बार कोई दुर्घटना नहीं हुई। उन्होंने बताया कि बवंडर ने लगभग 15 किलोमीटर क्षेत्र में प्रभाव डाला और आस-पास के इलाकों में तेज बारिश की स्थिति बनी।
इतिहास में देखें तो चिलिका झील में ऐसे बवंडर पहले भी देखे गए हैं। वर्ष 2020 में आए एक बवंडर ने गाम्भारी क्षेत्र में तबाही मचाई थी, जिसमें पांच मछली पकड़ने वाली नावें और दो घर नष्ट हो गए थे। लेकिन इस बार का बवंडर भयावह दिखने के बावजूद सुरक्षित रूप से समाप्त हुआ।