भारतीय सड़कें सबसे खतरनाक सड़कों में से हैं। यहां तक कि मुख्यमंत्री (सीएम) का काफिला भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। इसका एक दुर्भाग्यपूर्ण उदाहरण हाल ही में तब सामने आया जब केरल के सीएम पिनाराई विजयन कोट्टायम से तिरुवनंतपुरम वापस जा रहे थे। उनके काफिले में कई वाहनों की टक्कर हो गई। हालांकि इस दुर्घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
पास के कैमरे से सीसीटीवी फुटेज में पूरा दृश्य कैद हो गया, जिससे पता चला कि दुर्घटना का असल कारण क्या था। कैमरे से लिए गए फुटेज में एक महिला स्कूटर पर सवार होकर व्यस्त टू-वे रोड के बीच में रुकती हुई दिखाई देती है, ताकि वह दाएं मुड़ सके। ऐसा पीले रंग की दो सॉलिड लाइन मार्किंग के बावजूद होता हैय़ जो यह संकेत देती हैं कि दूसरी तरफ जाने की अनुमति नहीं है।जैसे ही सीएम का काफिला नजदीक आता है, महिला सड़क पर मुड़ने का फैसला करती है।
जिससे काफिले में पहले वाहन को ब्रेक लगाना पड़ता है। काफिले में शामिल एंबुलेंस समेत आगे चल रहे वाहनों ने भी ब्रेक लगाए। लेकिन वे सभी आगे चल रहे वाहन से टकरा गए। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सीएम के वाहन के साथ कुल पांच अन्य वाहन और एक एम्बुलेंस भी थी। सुरक्षाकर्मी और मेडिकल स्टाफ तुरंत अपने-अपने वाहनों से उतरकर नुकसान की जांच करने लगे। आगे बताया गया है कि कुछ वाहनों को मामूली नुकसान हुआ है, लेकिन किसी को चोट नहीं आई है।
आखिर यह किसकी लाइन है?
सीसीटीवी फुटेज से यह पूरी तरह साफ है कि स्कूटर पर बैठी महिला पहली नजर में दोषी है। क्योंकि उसने टू-वे रोड के बीच में गाड़ी रोक दी और सॉलिड-लाइन निशानों के बावजूद मुड़ने की कोशिश की।
लेकिन हालांकि यह साफ नहीं है, लेकिन सीएम के काफिले को एक-दूसरे से उचित दूरी बनाए रखनी चाहिए थी। ताकि हर वाहन को आपातकालीन ब्रेक लगाने के लिए पर्याप्त समय और दूरी मिल सके। यह भी साफ नहीं है कि काफिला तेज रफ्तार से चल रहा था या नहीं। हालांकि वीडियो फुटेज में दिखाया गया है कि सभी वाहनों की आपातकालीन लाइटें चालू थीं, जो अन्य वाहन चालकों को रास्ता देने का संकेत था। स्थानीय रिपोर्टों से पता चलता है कि पूरी घटना की जांच शुरू कर दी गई है। और इसमें स्कूटर पर सवार उस महिला का पता लगाना भी शामिल होगा, जो उस लोकेशन पर मुड़ गई था।