प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दूसरे एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विकास पर प्रकाश डाला और कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के साथ हवाई यात्रा समावेशी हो गई है। प्रधानमंत्री ने मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि नागरिक विमानन क्षेत्र की बढ़ोत्तरी में प्रमुख भूमिका है और यह अनेक रोजगार सृजित करता है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जाने चाहिए कि आसमान सभी के लिए खुला रहे और लोगों का उड़ान भरने का सपना पूरा हो।
उड़ान के तहत 14 मिलियन लोगों ने हवाई यात्रा की'
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना उड़ान के तहत, जिसने निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को उड़ान भरने में मदद की है, 14 मिलियन लोगों ने हवाई यात्रा की है। उनके अनुसार, बढ़ता मध्यम वर्ग और उनकी मांग नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए प्रेरक शक्ति है और उड़ान ने हवाई यात्रा को समावेशी बना दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार देश को उन्नत हवाई गतिशीलता के लिए तैयार कर रही है और एयर टैक्सी जल्द ही एक वास्तविकता होगी।
बुधवार को शुरू हुए दो दिवसीय सम्मेलन में एशिया प्रशांत क्षेत्र के परिवहन और विमानन मंत्री, नियामक निकाय और उद्योग विशेषज्ञ एक साथ आए हैं। इस सम्मेलन में 29 देशों के लगभग 300 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
मंत्री राममोहन नायडू ने एक्स पर डिलीट किया पोस्ट
वहीं केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि भारत और चीन ने नागर विमानन क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की है। हालांकि, कुछ घंटों बाद ही उन्होंने बिना कोई स्पष्टीकरण दिए इस पोस्ट को हटा दिया। उन्होंने इसपर कोई संशोधित पोस्ट भी नहीं डाला।
बता दें कि राममोहन नायडू, नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुअलनम और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने राष्ट्रीय राजधानी में नागर विमानन पर एशिया प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन के अवसर पर चीन के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सोंग झियोंग के नेतृत्व में एक चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ शिष्टाचार बैठक की। मंत्री ने कहा कि बैठक में दोनों देशों के बीच नागर विमानन सहयोग को और मजबूत करने, विशेष रूप से दोनों देशों के बीच अनुसूचित यात्री उड़ानों को शीघ्र बहाल करने के संबंध में विचारों के आदान-प्रदान पर ध्यान केंद्रित किया गया। हालांकि, यह पोस्ट कुछ ही घंटों के बाद हटा दी गई।
'चीन के लिए सीधी उड़ान के लिए अभी तक कोई फैसला नहीं'
इससे पहले मंत्री नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि चीनी पक्ष ने सीधी उड़ानें बहाल करने का उल्लेख किया है, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। विदेश मंत्रालय और अन्य हितधारकों के साथ चर्चा के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। वर्तमान में भारत और चीन के बीच कोई सीधी उड़ान नहीं है। कोविड महामारी के समय ये सेवाएं बंद कर दी गई थीं।