भारत की वायु रक्षा प्रणाली ‘आकाशतीर’ ने पाकिस्तान के ड्रोन हमलों के दौरान अपनी प्रभावशाली क्षमता का प्रदर्शन किया है। जैसे ही दुश्मन का ड्रोन भारत की हवाई सीमा में प्रवेश करने का प्रयास करता, इस प्रणाली ने उसे तुरंत नष्ट कर दिया। ‘आकाशतीर’ ने पाकिस्तान के लिए भारतीय हवाई सीमा में घुसपैठ को लगभग असंभव बना दिया है।
क्या है ‘आकाशतीर’ और किसने किया निर्माण?
‘आकाशतीर’ वायु रक्षा प्रणाली को भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने स्वदेशी रूप से विकसित किया है। यह अत्याधुनिक तकनीक से लैस स्वचालित प्रणाली है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग किया गया है। तनावपूर्ण स्थितियों में इस प्रणाली ने ड्रोन, मिसाइल, छोटे मानव रहित विमान (यूएवी) और लॉइटरिंग म्यूनिशन जैसे खतरों का कुशलतापूर्वक सामना किया, जिससे यह वैश्विक स्तर पर एक उत्कृष्ट रक्षा प्रणाली के रूप में उभर कर आई है।
बीईएल का दावा: उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन
बीईएल ने हाल ही में बताया कि ‘आकाशतीर’ ने वास्तविक युद्ध परिस्थितियों में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। सोशल मीडिया पर जारी एक पोस्ट में बीईएल ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि स्वदेशी तकनीक से विकसित इस प्रणाली ने युद्ध क्षेत्र में अपनी ताकत को साबित किया है। इसने भारतीय वायु रक्षा प्रणाली को और भी मजबूत बना दिया है।
कैसे काम करती है ‘आकाशतीर’ वायु रक्षा प्रणाली?
‘आकाशतीर’ प्रणाली भारतीय सेना के हवाई रक्षा नेटवर्क को सुदृढ़ बनाने के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई है। यह विभिन्न निगरानी उपकरणों, रडार और कमान यूनिट को एकीकृत कर सेना को सटीक हवाई स्थिति की जानकारी देती है। इसका नेटवर्क ऑपरेशनल यूनिट तक विस्तृत जानकारी पहुंचाता है, जिससे सही समय पर निर्णय लेना आसान हो जाता है। यह परियोजना मार्च 2023 में 1,982 करोड़ रुपये के अनुबंध के तहत विकसित की गई थी।
पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को किया नाकाम
7 मई को भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया। इसके बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल हमलों का प्रयास किया, लेकिन ‘आकाशतीर’ ने उन्हें प्रभावी ढंग से नाकाम कर दिया। इस हमले में किसी भी प्रकार का बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
भारत की रक्षा में ‘आकाशतीर’ का महत्व
बीईएल ने बताया कि ‘आकाशतीर’ अग्रिम मोर्चे पर तैनात इकाइयों को तुरंत सूचना देने में सक्षम है, जिससे समय पर कार्रवाई संभव हो पाती है। यह प्रणाली फ्रेंडली फायर जैसी घटनाओं को भी रोकने में मददगार है। ‘आकाशतीर’ स्वदेशी तकनीक का एक प्रमुख उदाहरण है, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, स्वदेशी ‘आकाश’ मिसाइल प्रणाली भी पाकिस्तान के ड्रोन हमलों को विफल करने में सहायक रही है।