केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को देशभर में 57 नए केंद्रीय विद्यालय (KV) खोलने की मंजूरी दे दी है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस फैसले से 86,640 से अधिक छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा।

इन 57 विद्यालयों में से सात केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा और बाकी राज्य सरकारों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के सहयोग से खोले जाएंगे। नई विद्यालय स्थापना पर कुल 5,862.55 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें 2,585.52 करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय और 3,277.03 करोड़ रुपये संचालन व्यय शामिल हैं। यह खर्च वर्ष 2026-27 से अगले नौ वर्षों में किया जाएगा।

कहां खुलेंगे नए केवी

  • 20 विद्यालय ऐसे जिलों में जहां अब तक कोई केंद्रीय विद्यालय नहीं था,

  • 14 विद्यालय आकांक्षी जिलों में,

  • 4 विद्यालय वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में,

  • 5 विद्यालय पूर्वोत्तर और पहाड़ी क्षेत्रों में खोले जाएंगे।

सरकार ने बताया कि इन नए केंद्रीय विद्यालयों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा। पहली बार इन स्कूलों में बालवाटिका (पूर्व-प्राथमिक स्तर, तीन वर्ष) की सुविधा भी उपलब्ध होगी।

रोजगार के अवसर
एक केंद्रीय विद्यालय चलाने के लिए औसतन 81 पदों की आवश्यकता होती है। इस हिसाब से 57 नए विद्यालयों में 4,617 स्थायी नौकरियां सृजित होंगी। इसके अलावा निर्माण और अन्य गतिविधियों से हजारों अस्थायी रोजगार भी पैदा होंगे।

वर्तमान में देश में 1,288 केंद्रीय विद्यालय कार्यरत हैं, जिनमें तीन विदेशों (मॉस्को, काठमांडू और तेहरान) में स्थित हैं। इन विद्यालयों में कुल 13.62 लाख छात्र अध्ययनरत हैं। सरकार का कहना है कि नए केवी उन इलाकों को प्राथमिकता देंगे जहां अब तक केंद्रीय विद्यालय नहीं थे, और साथ ही देश के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा का संतुलन और समावेशिता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा।