दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को वर्चुअल माध्यम से आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लिया और सदस्य देशों के बीच साझे मूल्यों, क्षेत्रीय स्थिरता और सहयोग पर जोर दिया। यह बैठक मलेशिया में आयोजित की जा रही है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि “आसियान देशों के साझा मूल्य और सामूहिक प्रयास इस सदी को ‘आसियान की सदी’ बनाएंगे।” उन्होंने बताया कि इस वर्ष सम्मेलन का विषय ‘समावेशिता और स्थिरता’ है, जो क्षेत्र के देशों की समान प्राथमिकताओं को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “डिजिटल समावेशन, खाद्य सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला की मजबूती जैसे विषयों पर भारत आसियान देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने फिलीपींस के राष्ट्रपति मार्कोस को भारत के समन्वयक देश के रूप में भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद भी दिया।

थाईलैंड की राजमाता के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत की जनता की ओर से मैं थाईलैंड के शाही परिवार और नागरिकों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।”

भारत और आसियान के संबंधों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि दोनों मिलकर विश्व की लगभग एक-चौथाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। “हम केवल भौगोलिक रूप से नहीं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से भी जुड़े हुए हैं,” प्रधानमंत्री ने कहा।

उन्होंने आगे कहा कि भारत की “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” में आसियान की भूमिका केंद्रीय है। भारत हमेशा आसियान की एकता, क्षेत्रीय दृष्टिकोण और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उसकी केंद्रीयता का समर्थन करता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास जताया कि भारत-आसियान की रणनीतिक साझेदारी आने वाले समय में वैश्विक स्थिरता और विकास की मजबूत नींव बनेगी।

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