अहमदाबाद में गुजरात एटीएस द्वारा पकड़े गए तीन संदिग्धों में उत्तर प्रदेश के शामली जिले के झिंझाना कस्बे का 20 वर्षीय आजाद शेख भी शामिल है। आजाद कस्बे के मोहल्ला शेखा मैदान का निवासी है। परिवार के अनुसार, वह कुछ माह से घर पर रहकर राजमिस्त्री के काम में मदद कर रहा था और हाल ही में किसी से कोई विवाद नहीं हुआ था।

परिवार का दावा — कहा था बुढ़ाना जा रहा हूं, फिर फोन हुआ बंद

आजाद के परिजनों ने बताया कि वह 7 नवंबर को यह कहकर घर से निकला था कि बुढ़ाना जा रहा है, लेकिन उसके बाद से उसका मोबाइल फोन बंद हो गया। रविवार दोपहर परिवार को गुजरात एटीएस से फोन आया कि आजाद को अहमदाबाद में हिरासत में लिया गया है। शाम को स्थानीय पुलिस भी घर पहुंची और परिवार से पूछताछ की।

‘कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं, जांच निष्पक्ष हो’ — परिवार की मांग

आजाद के पिता सुलेमान और भाई शहजाद ने बताया कि वह सीधे-सादे स्वभाव का था और कभी किसी संदिग्ध गतिविधि में शामिल नहीं रहा। परिवार का कहना है कि यह खबर उनके लिए बेहद चौंकाने वाली है और वे निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं ताकि सच्चाई सामने आ सके।

पिछले दिनों कोलकाता जमात से लौटा था आजाद

परिवार ने बताया कि अगस्त में आजाद दिल्ली के मरकज़ से 40 दिन की जमात पर कोलकाता गया था, जिसके बाद वह घर लौट आया और राजमिस्त्री के काम में लग गया। 2019 से वह बुढ़ाना के एक मदरसे में दीनी तालीम ले रहा था और सप्ताह में एक दिन घर आता था।

झिंझाना में जांच एजेंसियों ने शुरू की पड़ताल

आजाद की गिरफ्तारी की सूचना के बाद स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने झिंझाना में उसकी गतिविधियों और संपर्कों की जांच शुरू कर दी है। कस्बे में इस खबर को लेकर चर्चाएं तेज हैं।

एसपी बोले — जिले में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं

शामली के एसपी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आजाद शेख का जिले में कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि लखनऊ एटीएस, गुजरात एटीएस से लगातार संपर्क में है और जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।