पिछले कुछ दिनों में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. गलत लिंक पर क्लिक करने से अब तक कई लोग साइबर ठगों का शिकार बन चुके हैं. अपराधियों का पता लगाना भी मुश्किल हो गया है. अब यह बात सामने आई है कि अपराधी व्हाट्सएप एपीके फाइलों के जरिए लोगों को ठग रहे हैं. बेंगलुरू में भी एक व्यक्ति के साथ इसी तरह से धोखाधड़ी की गई. यह व्यक्ति एक निजी कंपनी का कर्मचारी है और उसके साथ व्हाट्सएप के जरिए धोखाधड़ी होने का मामला सामने आया है. धोखेबाजों ने उन्हें फर्जी चालान भेजकर 70,000 रुपए की ठगी की है. वह दक्षिण पूर्व बेंगलुरु के सिंगासंद्रा के निवासी हैं. पीड़ित को 19 जनवरी को एक व्हाट्सएप नंबर से मैसेज मिला. इसमें उन्हें यातायात नियमों के उल्लंघन का डर दिखाया गया था. साथ ही उन्हें एक रसीद भी भेजी गई थी.
रसीद पर गाड़ी का नंबर लिखा हुए था जिसमें बताया गया था कि उसने यातायात उल्लंघन किया है. इसके अलावा, यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर उन्होंने मुझसे लिंक के माध्यम से जुर्माना भरने को कहा. पीड़ित ने बताया कि फर्जी ट्रैफिक ऐप डाउनलोड कर जुर्माना भरने को कहा. व्यक्ति उसके निर्देशों के झांसे में आ गया और ऐप डाउनलोड करने के लिए एपीके फाइल लिंक पर क्लिक कर दिया. उन्हें एक ओटीपी प्राप्त हुआ. फिर, कुछ ही देर बाद पता चला कि एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर उनके क्रेडिट कार्ड से 70,000 रुपए का लेनदेन हुआ है. इतना ही नहीं, उनकी पत्नी के खाते से भी पैसे निकालने का प्रयास किया गया. क्योंकि उलंघन कुछ आवेदन उनकी पत्नी के मोबाइल नंबर से जुड़े हुए थे. लेकिन ठग पत्नी के खाते से पैसे निकालने में असफल रहे.
पीड़ित ने पुलिस को दी सूचना
धोखाधड़ी के बाद व्यक्ति ने सीधे बैंक से संपर्क किया और लेनदेन रोकने के लिए कहा. मामले की सूचना साइबर हेल्पलाइन को भी दी गई. पुलिस ने इस मामले में 29 जनवरी को शिकायत दर्ज की थी. भारतीय दंड संहिता की धारा 318 के तहत मामला दर्ज किया गया है. यह भी सलाह दी जाती है कि अज्ञात नंबरों से प्राप्त लिंक से एपीके फाइलें डाउनलोड न करें.