मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के साथ 12 मार्च को होने वाली बिहार कांग्रेस की बैठक टाल दी गई है. कांग्रेस का कहना है कि होली के चलते बैठक टाली गई है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस द्वारा बिहार में पप्पू यादव और कन्हैया कुमार का दखल बढ़ने की खबरों से RJD नाखुश है. इसलिए नए सिरे से रणनीति बनाने के लिए और नए प्रभारी कृष्णा अलावरू द्वारा जमीनी फीडबैक आने तक बैठक को टाला गया है.

यात्रा पर निकलने वाले हैं कन्हैया कुमार

दरअसल, कन्हैया कुमार बिहार यात्रा पर निकलने वाले हैं. कन्हैया ने बताया कि 16 मार्च से वह बिहार यात्रा पर निकलेंगे. कन्हैया कुमार के बिहार यात्रा का नाम नौकरी दो पलायन रोको होगा. कन्हैया कुमार इस यात्रा की शुरुआत गांधी की धरती चंपारण से करेंगे. भितिहरवा आश्रम से इस यात्रा की शुरुआत होगी. उधर, पप्पू यादव ने हाल में महागठबंधन के नेता को लेकर बयान दिया था.

पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने कहा, महागठबंधन का निर्णय सामूहिक होता है, सबकी सहमति से होता है. कांग्रेस हमेशा देश और समाज के हित में निर्णय लेती है और जो बिहार के हित में होगा, कांग्रेस उसी हित में निर्णय लेगी. महागठबंधन का निर्णय कांग्रेस नेतृत्व के साथ बैठकर ही होगा.

तेजस्वी कन्हैया को एक्टिव नहीं देखना चाहते

12 मार्च को दिल्ली में बिहार कांग्रेस नेताओं की चुनावी तैयारियों और रणनीति के लिए राहुल गांधी और खरगे के साथ बैठक होनी थी. दरअसल तेजस्वी कन्हैया को बिहार में सक्रिय नहीं देखना चाहते. यही वजह है कि दोनों युवा नेताओं में छत्तीस का आंकड़े की वजह से कांग्रेस ने अब तक कन्हैया को बिहार से दूर रखा था. कन्हैया के करीबी मानते हैं कि वो अपने राज्य में सक्रिय होना चाहते हैं और विधानसभा चुनाव से पहले ये एकदम सही टाइमिंग है.

कन्हैया के बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की भी चर्चा है. हालांकि इसके बाद वो सीधे बतौर युवा चेहरा तेजस्वी से मुकाबला करते दिख सकते हैं. वहीं, पप्पू यादव को लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल करवाकर राहुल पहले भी लालू परिवार को असहज कर चुके हैं.