नई दिल्ली: राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था ने जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही में 8.2% की बढ़ोतरी दर्ज की, जो पिछले छह तिमाहियों में सबसे अधिक है। इसका मुख्य कारण विनिर्माण और सेवा क्षेत्र का मजबूत प्रदर्शन बताया जा रहा है।
भाजपा नेताओं ने इस वृद्धि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व और नीतिगत स्थिरता का परिणाम बताया। आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि वैश्विक मंदी के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था सुधारों और जीएसटी युक्तिकरण के चलते सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही है। भाजपा प्रवक्ताओं शहजाद पूनावाला और प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने पहले अर्थव्यवस्था को मृत करार दिया था, लेकिन अब तथ्य उनके बयान को खारिज कर देते हैं।
वहीं, कांग्रेस संचार प्रभारी जयराम रमेश ने जीडीपी आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उच्च वृद्धि दर टिकाऊ नहीं है। उन्होंने सकल स्थायी पूंजी निर्माण और निजी निवेश में गति की कमी को इसकी कमजोरी बताया। रमेश ने मुद्रास्फीति दर पर भी आपत्ति जताई, जो उनके अनुसार आम परिवारों के खर्चों के अनुभव से मेल नहीं खाती।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि 8.2% की वृद्धि दर हमारी विकासोन्मुखी नीतियों, सुधारों और नागरिकों की मेहनत का परिणाम है। उन्होंने भरोसा जताया कि सरकार सुधारों को जारी रखते हुए जीवन को सरल बनाने के प्रयास करेगी।