नई दिल्ली: भारतीय प्रवासी कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा के हालिया बयान ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। पित्रोदा ने दावा किया कि भारत में चुनावों में गड़बड़ी होती है और आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट इस तथ्य को मानने से इंकार करते हैं।

उन्होंने कहा कि लोगों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों की मांग करनी चाहिए, क्योंकि लोकतंत्र की शुरुआत वहीं से होती है। पित्रोदा ने यह भी कहा कि चुनावों में अनियमितताओं के ठोस सबूत उनके पास मौजूद हैं, लेकिन उनके बार-बार कहने के बावजूद कोई गंभीर कदम नहीं उठाया जाता।

इस बयान पर भाजपा ने कड़ा पलटवार किया। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पित्रोदा और उनके जैसे लोग केवल भाजपा के विरोध के लिए भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इसे ‘भारत बदनामी ब्रिगेड’ का हिस्सा करार दिया और कहा कि यह लोगों में सेना और संविधान तक के प्रति संदेह पैदा करने का प्रयास है।

पूनावाला ने आरोप लगाया कि पित्रोदा और उनके सहयोगियों ने बिहार और महाराष्ट्र में मतदाता सूची और चुनाव प्रक्रिया पर कोई ठोस सबूत नहीं पेश किए, जबकि सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस से जुड़े हालिया मामलों में फर्जी हलफनामे के लिए सख्त चेतावनी दी है।

पित्रोदा के बयान और भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया के बाद राजनीतिक गलियारों में इस मुद्दे पर बहस तेज हो गई है।