हिरासत में लिए गए भाजपा विधायक मुनिरत्ना, उत्पीड़न-रिश्वतखोरी और दुर्व्यवहार का आरोप

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक मुनिरत्ना को शनिवार को हिरासत में लिया गया। उनके खिलाफ उत्पीड़न, धमकी और जातिवादी दुर्व्यवहार के आरोपों में दो प्राथमिकियां दर्ज की गईं थीं। पुलिस ने यह जानकारी दी। 

पुलिस ने बताया कि उनके खिलाफ ये मामले वालिकावल थाने में शुक्रवार को दर्ज कराए गए थे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मुनिरत्ना को कोलार से हिरासत में लिया गया और उन्हें बंगलूरू लाया जा रहा है, जहां उन्हें आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार किया जाएगा। इससे पहले भाजपा ने मुनिरत्ना को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया, जिसमें उन्हें पांच दिनों के भीतर आरोपों पर जवाब देने के लिए कहा गया है।

विधायक के खिलाफ पहली प्राथमिकी ब्रुहत बंगलूरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) के ठेकेदार चेलुवराजू ने दर्ज कराई है। इसमें उन पर तीस लाख रुपये की रिश्वत मांगने और न देने पर उनके ठेके खत्म करने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि 2021 में मुनिरत्ना ने ठोस कचरा प्रबंधन के ठेके के लिए 20 लाख रुपये की मांग की थी। भुगतान के बावजूद उन्हें दस ऑटो ट्रिपर वाहन नहीं मिले। 

प्राथमिकी में कहा गया है कि मुनिरत्ना ने चेलुवराजू का बार-बार उत्पीड़न किया, उनके लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया और शारीरिक रूप से हमला किया। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि विधायक ने उन्हें सितंबर 2023 में थप्पड़ मारा। विधायक के साथ तीन अन्य लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें सरकारी सरकारी अधिकारी शामिल हैं। चेलुवराजू ने कहा कि लगातार उत्पीड़न के कारण उन्होंने आत्महत्या करने तक का विचार किया। 

दूसरी प्राथमिकी बीबीएमपी के एक कॉर्पोरेटर ने दर्ज कराई है, जिसमें विधायक पर जातिवादी टिप्पणियां करने और उनकी जाति व परिवार का अपमान करने का आरोप है। प्राथमिकी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की अन्य धाराओं के तहत की गई है।   

वहीं, एक वीडियो में मुनिरत्ना ने कहा कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों में सच्चाई नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले पंद्रह वर्षों में किसी ठेकेदार या जनता ने उनपर अभद्र भाषा का उपयोग करने के आरोप नहीं लगाए। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के परिणामों के बाद उनके खिलाफ साजिशें की गई हैं। 

ठेकेदार ने की सीएम से मुलाकात
इससे पहले, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने जानकारी दी थी कि ठेकेदार चलुवराजू ने आज मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात कर भाजपा विधायक मुनिरत्ना के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। चलुवराजू ने आरोप लगाया था कि मुनिरत्ना ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। 

सीएमओ के मुताबिक, चलुवराजू ने आरोप लगाया कि मुनिरत्ना के खिलाफ कोई भी प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा है, जबकि प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद पुलिस इस मामले में निष्क्रियता बरत रही है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। 

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