देश के दो राज्यों में सितंबर के आखिरी और अक्तूबर की शुरुआत में विधानसभा चुनाव संपन्न हो जाएंगे। वहीं चुनाव आयोग के इस एलान के बाद एक सवाल कि देश के अन्य राज्यों में लोकसभा और विधानसभा की खाली पड़ी सीटों पर कब उपचुनाव कराए जाएंगे, इस पर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग 47 सीटों पर होने वाले उपचुनाव एक साथ ही कराएगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केरल के वायनाड में भूस्खलन समेत कई राज्यों में मौसम की स्थिति के कारण इन्हें तत्काल नहीं कराया जा सकता।

'वायनाड में भूस्खलन के कारण उपचुनाव संभव नहीं'
चुनाव आयोग की तरफ से उपचुनाव कब कराने की योजना है, इस सवाल के जवाब में राजीव कुमार ने कहा कि कुछ राज्य ऐसे हैं, जहां मौजूदा मौसम की स्थिति के कारण उपचुनाव नहीं कराए जा सकते। इस दौरान वायनाड का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भूस्खलन के कारण वहां तत्काल लोकसभा उपचुनाव नहीं कराए जा सकते।

राहुल गांधी के रायबरेली सीट रखने के बाद वायनाड सीट खाली
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दो लोकसभा सीटों पर वायनाड और रायबरेली पर चुनाव लड़ा था और दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके बाद राहुल गांधी की तरफ से रायबरेली सीट बरकरार रखने के बाद वायनाड लोकसभा सीट खाली हुई थी। 

'सभी एक साथ और छह महीने के भीतर कराए जाएंगे'
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आगे कहा कि बिहार और असम जैसे राज्यों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा, हम सभी (उपचुनाव) एक साथ और छह महीने (कानून के अनुसार रिक्तियों को भरने की अवधि) के भीतर कराएंगे। हम मौसम की स्थिति में सुधार का इंतजार कर रहे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव आयोग चाहेगा कि आपदा के बाद स्थितियां शांत हो जाए।

उपचुनाव अलग-अलग कराने पर सवाल उठेंगे- राजीव
उन्होंने कहा कि चुनाव एक साथ कराए जाएंगे अन्यथा उपचुनाव अलग-अलग कराने पर सवाल उठेंगे। उत्तर प्रदेश में 10 निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में मौजूदा विधायकों के संसद के निचले सदन के लिए चुने जाने के कारण 10 विधानसभा सीटों में से नौ सीटें खाली हो गईं, जबकि सपा विधायक इरफान सोलंकी के आपराधिक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सीसामऊ सीट खाली हो गई। अब वे अयोग्य हैं।