विकाराबाद में कलेक्टर पर हुए हमले के मामले में पूर्व मंत्री और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव का नाम भी सामने आया है। बता दें, राव को केटीआर के नाम से भी जाना जाता है। सोमवार को विकाराबाद में प्रस्तावित दवा कंपनी के लिए अपनी जमीन का अधिग्रहण किए जाने का विरोध करने दौरान हुए हमले के मामले में गिरफ्तार किए गए बीआरएस विधायक पटनम नरेंदर रेड्डी ने पुलिस पूछताछ में यह दावा किया। इसके बाद पुलिस ने रिमांड रिपोर्ट में केटीआर का नाम भी शामिल किया है। 

पुलिस के मुताबिक विधायक पटनम नरेंदर रेड्डी ने यह  स्वीकार किया कि कांग्रेस सरकार को कमजोर करने और राजनीतिक फायदे के लिए यह साजिश रची गई थी। पुलिस ने रिमांड रिपोर्ट में लिखा है कि 11 नवंबर को विकाराबाद के कलेक्टर पर हमले में पटनम नरेंदर रेड्डी का हाथ था। रेड्डी ने पुलिस के सामने यह कबूल किया है कि बीआरएस के नेता केटीआर और अन्य के कहने पर यह आपराधिक साजिश रची गई थी। विधायक रेड्डी को 13 नवंबर को उसके फिल्म नगर हैदराबाद स्थित घर से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उसे पारिगी स्थित सीआई के शिविर कार्यालय में लाया गया। 

विधायक ने पूछताछ में यह भी कहा कि उसने केटीआर के कहने पर अपराध के अन्य आरोपियों को उकसाया। इसका मकसद सरकार को अस्थिर और बदनाम करना था। ताकि उनको राजनीतिक लाभ मिल सके। 

लोगों को दिक्कत होगी तो वे प्रदर्शन करेंगे, हमला नहीं: प्रभाकर
मामले को लेकर तेलंगाना के मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने कहा कि अगर लोगों को सरकार के फैसले पसंद नहीं हैं, तो वे प्रदर्शन कर सकते हैं। हम उनको प्रदर्शन करने से नहीं रोकते हैं। लेकिन एक आईएएस अफसर पर हमला किया गया, यह बेहद गलत है। मैं केटी रामाराव से पूछता हूं कि अब उनकी पार्टी का क्या कहना है? क्या आप अधिकारी पर हुए हमले का समर्थन करते हैं? हम अधिकारी को सुरक्षा देंगे और मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे। 

दवा कंपनी के लिए जमीन अधिग्रहण के विरोध के दौरान हुआ था हमला
विकाराबाद जिले में एक गांव में सोमवार को दवा कंपनी के लिए अपनी जमीन का अधिग्रहण किए जाने का विरोध के दौरान अफसर पर हमला हुआ था। हमले में एडिशनल कलेक्टर, कोडांगल क्षेत्र विकास प्राधिकरण (केएडीए) के चेयरमैन और पुलिस के एक डीएसपी रैंक अधिकारी हमले में घायल हो गए थे। पुलिस ने बताया कि जमीन अधिग्रहण को लेकर गांव के बाहर तेलंगना औद्योगिक अवसंरचना निगम के अधिकारी लोगों के विचार सुन रहे थे। इसी बीच बीआरएस युवा शाखा का नेता पहुंचा और कलेक्टर प्रतीक जैन से दूसरे गांव में चलकर वहां के लोगों की राय सुनने को कहा। कलेक्टर जब वहां अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचे को भीड़ ने उन लोगों पर हमला कर दिया था। पुलिस ने मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया।