अमेरिका-कनाडा सीमा पर जनवरी 2022 में ठंड के चलते गुजराती परिवार के सदस्यों की मौत के मामले में अमेरिका की अदालत ने संज्ञान लिया है। इस मामले को लेकर अदालत में ढाई साल बाद दो आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी का मुकदमा चलेगा। अभियोजकों के मुताबिक आरोपी भारतीय नागरिक हर्ष कुमार रमन कुमार पटेल अवैध रूप से अप्रवासियों को सीमा पार कराता था। इसमें उसका साथी स्टीव शैंड मदद करता था। दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
दरअसल जनवरी 2022 में कनाडा-अमेरिकी सीमा पर चार लोगों के शव मिले थे। पुलिस के मुताबिक, ये शव दो वयस्कों, एक किशोर व एक बच्चे का था। इनकी पहचान गुजराती भारतीय जगदीश पटेल, उनकी पत्नी वैशाली, 11 साल की बेटी विहांगी और तीन साल के बेटे धार्मिक के रूप में हुई थी। बताया गया था कि कनाडा के मैनिटोबा में सीमा से महज 12 मीटर की दूरी पर चारों की मौत अत्यधिक ठंड से हुई थी। पुलिस ने इसे मानव तस्करी का मामला माना था।
पुलिस ने मामले की जांच की, तो दो आरोपियों को पकड़ा था। इसमें से एक हर्ष कुमार पटेल था जो शिकागो से पकड़ा गया था। वह अवैध रूप से बिना दस्तावेज के लोगों को सीमा पार कराता था। उसका साथी स्टीव शैंड इसमें उसकी मदद करता था। दोनों ने 12 दिसंबर 2021 से लेकर 19 जनवरी 2022 तक तमाम लोगों को सीमा पार कराई थी। वह छात्र वीजा पर भारतीय नागरिकों को कनाडा लाते थे और यहां से अवैध रूप से उनका अमेरिका में प्रवेश कराते थे। पुलिस ने 19 जनवरी 2022 को ही शैंड को पकड़ लिया था, जब वह अमेरिका की सीमा के पास से 11 लोगों को एक 15 सीटर वैन में लेकर जा रहा था।
पटेल ने ही बनाई थी योजना
हर्ष कुमार पटेल ने ही शैंड के साथ मिलकर लोंगो को मैनिटोबा से मिनेसोटा तक सीमा पार करने की योजना बनाई थी। पटेल ने ही यह तय किया था कि सीमा पार करने के लिए कहां और कब जाना है? साथ ही प्रवासियों की संख्या तय की। अब मामला अमेरिकी अदालत में पहुंचा है तो जांच तेज हो गई है। मामले में सुनवाई के दौरान उन लोगों को बुलाया जाएगा जो उस दिन सीमा पर तैनात थे।