पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस गुरुवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने अज्ञात बदमाशों की ओर से तोड़फोड़ किए जाने के बाद स्थिति का जायजा लिया। राज्यपाल ने आपातकालीन विभाग का भी निरीक्षण किया, जहां बुधवार रात तोड़फोड़ की घटना हुई थी। इसी अस्पताल में पिछले सप्ताह एक महिला चिकित्सक मृत पाई गई थी।
उन्होंने घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आरजी कर अस्पताल में तोड़फोड़ नागरिक समाज के लिए शर्म की बात है। दरअसल, अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और फिर हत्या की घटना के विरोध में महिलाओं के विरोध प्रदर्शन के बीच आधी रात को यह तोड़फोड़ की गई। इस पर राज्यपाल ने कहा कि कल हुई तोड़फोड़ की घटना सभ्य समाज के लिए शर्म की बात है। यह पूरी मानवता के लिए शर्म की बात है कि युवतियां सुरक्षित नहीं हैं। इस खून-खराबे को अब और नहीं चलने दिया जाएगा। इसे अवश्य ही रोका जाना चाहिए।
प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों से बात की
इसके बाद राज्यपाल बोस ने चिकित्सा संस्थान में प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों से बात की। उन्होंने छात्रों से कहा कि मैं आपके साथ हूं और हम इस समस्या को सुलझाने के लिए मिलकर काम करेंगे। मैं आपको न्याय का आश्वासन देता हूं। मेरे कान और आंखें खुली हैं।
20 चिकित्सकों ने राज्यपाल बोस से मुलाकात की
इससे पहले सरकारी चिकित्सा प्रतिष्ठानों के कम से कम 20 चिकित्सकों ने राज्यपाल बोस से मुलाकात की। उन्होंने अज्ञात बदमाशों के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के एक हिस्से में तोड़फोड़ की घटना के बाद उनके हस्तक्षेप की मांग की। इन चिकित्सकों में अधिकतर महिलाएं थीं।
राज्यपाल ने‘अभय होम’ की शुरुआत की
अधिकारी ने बताया कि राज्यपाल ने चिकित्सकों को हरसंभव सहायता देने का वादा किया। उन्होंने पश्चिम बंगाल में चल रही गुंडागर्दी को उखाड़ फेंकने लिए मामले को उच्च स्तर तक ले जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि बोस ने ‘अभय होम’ खोला है, जहां असुरक्षित महसूस करने वाली चिकित्सक तब तक रह सकती हैं, जब तक कि उनमें इतना विश्वास पैदा नहीं हो जाता कि वे पश्चिम बंगाल में आजाद होकर से घूम-फिर सकती हैं।