कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने हाल ही में पार्टी और मीडिया में उठी ‘नवंबर क्रांति’ की अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस के भीतर किसी भी तरह का मुख्यमंत्री बदलाव इस समय नहीं होगा और असली राजनीतिक बदलाव 2028 में आएगा, जब कांग्रेस फिर से सत्ता में लौटेगी।

राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि वह पार्टी के ‘अनुशासित सिपाही’ हैं और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ पार्टी के सभी फैसलों का पालन करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि किसी प्रकार का कैबिनेट फेरबदल या मुख्यमंत्री पद परिवर्तन उनकी व्यक्तिगत इच्छा से नहीं, बल्कि पार्टी हाईकमान के निर्देश के अनुसार ही होगा।

शिवकुमार ने कहा, "नवंबर, दिसंबर या जनवरी में कोई क्रांति नहीं होगी। असली क्रांति 2028 में होगी, जब कांग्रेस सत्ता में आएगी। पार्टी जो फैसला करेगी, वही लागू होगा। अगर पार्टी कहे कि मुख्यमंत्री पांच साल रहेंगे, तो पांच साल; दस साल कहेगी तो दस साल, और पंद्रह साल कहेगी तो पंद्रह साल।"

कर्नाटक में 2023 के विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली थी। उस समय पार्टी ने समझौते के तहत शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया था। तब यह भी चर्चा थी कि ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बदल सकता है, लेकिन पार्टी ने इसे कभी आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं किया।

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी स्पष्ट किया था कि वह पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे, हालांकि अंतिम निर्णय पार्टी के हाथ में रहेगा।