पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा से हुई नृशंस घटना ने राज्य सरकार को फिर से विपक्ष के निशाने पर ला दिया है। इस मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए स्पष्ट किया था कि उनकी सरकार ऐसी घटनाओं को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करती। उन्होंने यह भी कहा कि निजी कॉलेजों को अपने परिसर और आसपास सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।

हालांकि, ममता बनर्जी के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूठा बयान दे रही हैं क्योंकि यह घटना कॉलेज परिसर के अंदर नहीं हुई, बल्कि उसके बाहर हुई। एएनआई से बातचीत में मजूमदार ने कहा, "यह प्रशासन की पूर्ण विफलता है। इस सरकार में जांच में दक्षता की कमी है, जो अपराधियों को प्रोत्साहित कर रही है।" उन्होंने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि लगातार ऐसी घटनाओं के बावजूद सरकार कोई ठोस पहल नहीं कर रही।

इधर, ओडिशा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सोवाना मोहंती ने भी पीड़िता को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा और त्वरित न्याय सुनिश्चित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जघन्य अपराधों के लिए जिम्मेदारों पर फास्ट-ट्रैक अदालत में मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

ममता बनर्जी ने 12 अक्तूबर को कहा था कि यह घटना चौंकाने वाली है और सरकार ऐसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं और अन्य की तलाश जारी है। सीएम ने यह भी कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा और निजी कॉलेजों को सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। हालांकि बाद में ममता ने सफाई दी कि मीडिया ने उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया।