विश्व के विकासशील देश तेजी से कर्ज-निर्भर विकास संकट (Debt-driven development crisis) में फंसते जा रहे हैं। बीते दो दशकों में इन देशों का विदेशी कर्ज (External Debt) चार गुना बढ़कर 2023 में रिकॉर्ड 11.4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। यह आंकड़ा इनकी कुल निर्यात आय का 99 प्रतिशत है। विकास परियोजनाओं के लिए बढ़ते उधार, अस्थिर कमोडिटी कीमतें और बढ़ता राजकोषीय घाटा इस संकट को और गहरा कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र (UN) की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 महामारी ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। आर्थिक नुकसान की भरपाई और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के लिए देशों ने भारी मात्रा में कर्ज लिया, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति डांवाडोल हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि कर्ज आर्थिक विकास का साधन तो हो सकता है, लेकिन जब उसकी अदायगी किसी देश की भुगतान क्षमता से अधिक हो जाए, तो वही विकास में रुकावट बन जाता है।

वर्तमान में दो-तिहाई विकासशील देशों की यही स्थिति है। आईएमएफ (IMF) के “पॉवर्टी रिडक्शन एंड ग्रोथ ट्रस्ट” के लिए योग्य 68 कम आय वाले देशों में से आधे से अधिक अब कर्ज संकट के खतरे में हैं, जो 2015 की तुलना में दोगुनी संख्या है। उच्च ब्याज दरों ने इस बोझ को और बढ़ा दिया है। केवल 2023 में ही विकासशील देशों ने 847 बिलियन डॉलर का ब्याज भुगतान किया, जो 2021 के मुकाबले 26% अधिक है।

ये देश अमेरिका की तुलना में दो से चार गुना और जर्मनी की तुलना में छह से बारह गुना अधिक दर पर उधार लेने को मजबूर हैं।


विकास में डिफॉल्ट की वास्तविक कीमत

जब किसी सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी बुनियादी सेवाओं से ज्यादा प्राथमिकता कर्ज चुकाने को देनी पड़ती है, तो इसकी कीमत आम जनता चुकाती है। परिणामस्वरूप स्कूलों में फंड की कमी, अस्पतालों में संसाधनों की दिक्कत और ढहता हुआ बुनियादी ढांचा आम हो जाता है।

रिपोर्ट बताती है कि 2023 में 54 विकासशील देशों—जिनमें से लगभग आधे अफ्रीका में हैं—ने अपने सरकारी फंड का कम से कम 10% सिर्फ ब्याज भुगतान में खर्च किया। आज दुनिया के 3.3 अरब लोग ऐसे देशों में रहते हैं जो शिक्षा या स्वास्थ्य पर खर्च करने से ज्यादा राशि कर्ज भुगतान में लगा रहे हैं।


ग्लोबल डेट रिफॉर्म की दिशा में निर्णायक कदम

इस संकट से निपटने के लिए जेनेवा में 17 से 19 मार्च तक यूएनसीटैड (UNCTAD) की ओर से आयोजित 14वीं इंटरनेशनल डेट मैनेजमेंट कॉन्फ्रेंस में विश्वभर के सरकारी अधिकारी, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के विशेषज्ञ, शिक्षाविद और कारोबारी नेता शामिल हुए।
कॉन्फ्रेंस का फोकस रेजिलिएंस बिल्डिंग, जोखिम प्रबंधन और वैश्विक आर्थिक जटिलताओं से निपटने की रणनीतियों पर रहा।

यह आयोजन, विकास के लिए वित्तपोषण पर होने वाले चौथे फाइनेंसिंग फॉर डेवलपमेंट (FfD4) सम्मेलन के लिए एजेंडा तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।


नया डेट मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर लॉन्च

कॉन्फ्रेंस के दौरान यूएनसीटैड ने अपने नवीनतम डेट मैनेजमेंट एंड फाइनेंशियल एनालिसिस सिस्टम (DMFAS 7) को लॉन्च किया।
45 वर्षों से अधिक समय से यह सिस्टम 60 देशों के 80 से अधिक संस्थानों को वित्तीय पारदर्शिता, सुशासन और आर्थिक स्थिरता बढ़ाने में मदद कर रहा है।

अब, जब विकासशील देश रिकॉर्ड-उच्च कर्ज बोझ का सामना कर रहे हैं, DMFAS 7 उन्हें अपने सार्वजनिक कर्ज का कुशल प्रबंधन करने में मदद करेगा, ताकि वे अपने विकास लक्ष्यों से समझौता किए बिना वित्तीय स्थिरता कायम रख सकें।