तेलंगाना में गुरुवार को मतदान के साथ ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए। चुनावी राज्यों में पूर्वोत्तर राज्य भी मिजोरम भी शामिल है। यहां की 40 विधानसभा के लिए 7 नवंबर को वोटिंग कराई गई थी। विधानसभा चुनावों के खत्म होने के बाद अलग-अलग एजेंसियों ने मिजोरम के लिए भी एग्जिट पोल जारी किए हैं। एग्जिट पोल में राज्य में पूर्व आईपीएस लालदुहोमा की पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) सबसे बड़ी पार्टी उभरती दिख रही है। यह पार्टी सत्ताधारी एमएनएफ को कड़ी टक्कर देती दिखाई दे रही है।
नतीजे से पहले हम आपको बता रहे हैं कि इस बार पूर्वोत्तर राज्य के लिए एग्जिट पोल क्या कहते हैं। पिछली बार अनुमानों में क्या कहा गया था? बाद में नतीजे कैसे रहे?
राज्य के लिए एग्जिट पोल क्या कहते हैं?
राज्य में पूर्व आईपीएस लालदुहोमा की पार्टी जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) सबसे बड़ी पार्टी उभरती दिख रही है। आज तक- एक्सिस माय इंडिया के अनुमान में जेडपीएम को 28-35 सीटें मिलती दिख रही हैं। एमएनएफ को 3-7 सीटें दिखाई गई हैं। कांग्रेस को 2-4 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा भाजपा के खाते में 0-2 सीटें जा सकती हैं।
जन की बात के एग्जिट पोल में इसे 15-25 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं सत्ताधारी एमएनएफ को 10-14 सीटें दिखाई गई हैं। कांग्रेस को 5-9 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा भाजपा के खाते में 0-2 सीटें जा सकती हैं।
इंडिया टीवी-सीएनएक्स के एग्जिट पोल में जेडपीएम को 12-16 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं सत्ताधारी एमएनएफ को 14-18 सीटें दिखाई गई हैं। कांग्रेस को 8-10 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा भाजपा के खाते में 0-2 सीटें जा सकती हैं।
एबीपी-सी वोटर के अनुमान में जेडपीएम को 15-25 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं सत्ताधारी एमएनएफ को 15-21 सीटें दिखाई गई हैं। कांग्रेस को 2-8 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा अन्य के खाते में 0-5 सीटें जा सकती हैं।
टाइम्स नाऊ-ईटीजी के एग्जिट पोल के मुताबिक, जेडपीएम को 10-14 सीटें मिलती दिख रही हैं। एमएनएफ को 14-18 सीटें दिखाई गई हैं। कांग्रेस को 14-18 सीटें मिल सकती हैं। भाजपा को 0-2 सीटें मिलती दिख रही हैं। इसके अलावा अन्य के खाते में 0-1 सीटें जा सकती हैं।
रिपब्लिक- मैट्रिज के एग्जिट पोल में जेडपीएम को 7-12 सीटें मिलती दिख रही हैं। एमएनएफ को 17-22 सीटें दिखाई गई हैं। कांग्रेस को 7-10 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा भाजपा के खाते में 1-2 सीटें जा सकती हैं।
रिपब्लिक- पी मार्क के अनुमान में जेडपीएम को 9-15 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं सत्ताधारी एमएनएफ को 14-20 सीटें दिखाई गई हैं। कांग्रेस को 7-13 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा अन्य के खाते में 0-2 सीटें जा सकती हैं।
मिजोरम के समीकरण?
पूर्वोत्तर राज्य में विधानसभा की 40 सीटें हैं। इस बार राज्य में कुल 174 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। यहां 7 नवंबर को सभी 40 सीटों पर मतदान कराया गया था। सत्ताधारी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट के मुखिया और मुख्यमंत्री जोरमथंगा राजधानी आइजोल की आइजोल पूर्व-1 सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
यहां एमएनएफ के अलावा लालदुहोमा की पार्टी जोरम नेशनलिस्ट पार्टी भी मैदान में है। लालदुहोमा सेरछिप सीट से ताल ठोक रहे हैं।
2018 में मिजोरम का एग्जिट पोल कैसा था?
2018 में एग्जिट पोल में उत्तर पूर्व राज्य मिजोरम में कांग्रेस को मुश्किल में दिखाया गया था। अमूमन सभी एजेंसियों के एग्जिट पोल में कांग्रेस और एमएनफ के बीच कांटे की टक्कर और एमएनएफ के लिए बढ़त दिखाई गई थी।
रिपब्लिक टीवी-सी वोटर ने कांग्रेस को 14-18 सीटें, मिजो नेशनल फ्रंट को 16-20 सीटें, जोरम पीपल्स मूवमेंट (जेपीएम) को 3-7 सीटें और अन्य को 0-3 सीटें दी थीं।
टाइम्स नाउ- सीएनएक्स ने कांग्रेस को 16 सीटें, मिजो नेशनल फ्रंट को 18 सीटें और अन्य को 6 सीटें दी थीं। न्यूज एक्स-नेता के एग्जिट पोल में कांग्रेस को 15 सीटें, मिजो नेशनल फ्रंट को 19 सीटें और अन्य को 6 सीटें मिलती दिखाई गई थीं।
रिपब्लिक टीवी-सी वोटर
कांग्रेस 14-18 सीटें
एमएनएफ 16-20 सीटें
जेपीएम 3-7 सीटें
अन्य 0-3 सीटें
टाइम्स नाउ- सीएनएक्स
कांग्रेस 16 सीटें
एमएनएफ 18 सीटें
अन्य 6 सीटें
न्यूज एक्स-नेता
कांग्रेस 15 सीटें
एमएनएफ 19 सीटें
अन्य 6 सीटें
पिछली बार एग्जिट पोल के बाद नतीजे कैसे रहे?
पिछले चुनाव में 40 सदस्यीय विधानसभा में एमएनएफ को 27 सीटों पर जीत मिली थी। कांग्रेस ने चार सीटें, जबकि भाजपा को एक सीट पर विजय हासिल हुई थी। इसके अलावा आठ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों को जीत मिली थी। इसके साथ ही राज्य में मुख्यमंत्री जोरमथंगा के नेतृत्व में एमएनएफ की सरकार बनी थी।