केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उपकरण खरीद करार पारित करने के लिए एक कारोबारी से आठ लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में जोरहाट स्थित सीएसआईआर-एनईआईएसटी के प्रधान वैज्ञानिक, एक अधिकारी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद-पूर्वोत्तर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएसआईआर-एनईआईएसटी) असम के जोरहाट स्थित एक अनुसंधान एवं विकास संगठन है।
सीबीआई ने आरोप लगाया कि संस्थान के भंडार एवं क्रय नियंत्रक (सीओएसपी) प्रवीर मोहन वर्मा और प्रधान वैज्ञानिक प्रसेनजीत मन्ना, केएक्सके टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के कंगकन कश्यप और उनके भाई अंगकन बोरपुजारी से रिश्वत मांगी थी। इसके एवज में स्पेक्ट्रोफोटोमीटर तथा इससे जुड़े सॉफ्टवेयर की आपूर्ति का बिल पारित करने की सुविधा देने वाले थे।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने जाल बिछाया और शुक्रवार को जोरहाट से मन्ना, वर्मा और बोरपुजारी को व शनिवार को गुवाहाटी से कश्यप को गिरफ्तार किया। सीबीआई ने असम, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में 18 जगहों पर छापे मारे। इस मामले में दर्ज एफआईआर में सीबीआई ने आरोप लगाया है कि सीएसआईआर के पांच अधिकारी खरीद अनुबंधों के मामले में विभिन्न कंपनियों का पक्ष ले रहे थे।