पश्चिम बंगाल में ईडी के बाद अब एनआईए टीम पर भी हमले की घटना सामने आई है। जिसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने राज्य की टीएमसी सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। साथ ही राज्य में कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े किए।
अमित मालवीय ने टीएमसी पर लगाए गंभीर आरोप
अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि ‘पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के कुशासन में अराजकता की स्थिति जारी है। ईडी पर हमले के बाद अब एक और केंद्रीय एजेंसी पर हमला हुआ है। एनआईए अधिकारियों की एक टीम पर पूर्वी मेदिनीपुर के भूपतिनगर में हमला हुआ। एनआईए टीम टीएमसी के दो नेताओं को गिरफ्तार करने पहुंची थी। 100-150 ग्रामीणों ने न सिर्फ एनआईए टीम को आरोपियों को गिरफ्तार करने से रोका, बल्कि एनआईए के वाहनों पर पथराव भी किया। यह स्थानीय पुलिस की मिलीभगत के संभव नहीं है। बंगाल के सभी अपराधियों शाहजहां शेख से लेकर अनुब्रत मंडल तक, सभी को टीएमसी का संरक्षण प्राप्त है।’ अमित मालवीय ने अपने पोस्ट में दो वीडियो भी जारी किए हैं, जिनमें एक वीडियो स्थानीय लोग सुरक्षाबल के जवानों से बहस करते दिख रहे हैं, वहीं दूसरे वीडियो में एनआईए टीम के काफिले पर पथराव को दिखाया गया है।
‘ममता बनर्जी तानाशाही कर रही हैं’
बंगाल में भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने भी एनआई टीम पर हमले के लिए राज्य की टीएमसी सरकार को निशाने पर लिया। सिन्हा ने कहा कि ‘इस हमले से साफ हो गया है कि राज्य में कानून व्यवस्था जैसी कोई स्थिति नहीं है। शासन के नाम पर ममता बनर्जी तानाशाही कर रही हैं, उन्होंने राज्य का भविष्य कट्टरपंथियों के हाथों में दे दिया है। हम मांग करते हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।’ भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने एनआईए टीम पर हमले को लेकर कहा कि ‘राज्य पुलिस ये सब कर रही है। वे अपराधियों को इकट्ठा करते हैं और फिर उन्हें सुरक्षित रास्ते से निकाल लेते हैं। जो हमला कर रहे हैं, उन्हें ये आश्वासन दिया जा रहा है कि उनकी सुरक्षा की जाएगी। उन्हें पता है कि एनआईए, सीबीआई और ईडी आएंगी और जाएंगी, लेकिन उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा। ऐसी घटनाओं में टीएमसी से जुड़े सभी लोगों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार किया जाना चाहिए, वरना राज्य में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकेंगे।’
एनआईए टीम साल 2022 में हुए बम धमाके की जांच करने गई थी। इस दौरान एनआईए टीम दो आरोपियों को गिरफ्तार कर अपने साथ कोलकाता ला रही थी, उसी दौरान एनआईए टीम पर हमला हुआ। ग्रामीणों ने एनआईए टीम के काफिले को घेर लिया और पथराव कर दिया। इस हमले में कई अधिकारी घायल हुए हैं। एनआईए टीम पर हमले को लेकर मामला दर्ज किया गया है।