चेन्नई के अस्पताल में चाकूबाजी की घटना के बाद पुलिस आयुक्त ने कलैगनार अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस घटना पर चिंता जताई है। आईएमए ने कहा कि चेन्नई में ड्यूटी पर तैनात सरकारी डॉक्टर पर चाकू से हमला किए जाने की निंदा करते हुए पत्र जारी किया। आईएमए ने कहा, ‘सरकारों की तरफ से नुकसान से बचने के लिए सतही नियंत्रण उपाय किए गए हैं। यही आलम रहा तो इस देश में डॉक्टर बिना किसी डर के काम नहीं कर पाएंगे।
डॉक्टरों की सुरक्षा उपाय के लिए जिला अधिकारियों को निर्देश
मामले की संवेदनशीलता और डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर उपजे चिंता के माहौल के बीच सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने जिला अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि सरकारी चिकित्सा संस्थानों और अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारियों की सुरक्षा बढ़ाने के उपाय तत्काल किए जाएं। निदेशक की तरफ से जारी पत्र में कहा गया कि स्वास्थ्य कर्मियों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए जिला अधिकारी तत्काल उपाय और त्वरित कार्रवाई करें।
डॉक्टरों के साथ बार-बार होने वाली हिंसा चिंताजनक
आईएमए ने सख्त कानून, दंड और सक्रिय सुरक्षा उपायों की जरूरत पर बल दिया। आईएमए के मुताबिक इस जघन्य अपराध के बारे में सभी सरकारों को सूचित कर दिया गया है। देश की चिकित्सा बिरादरी और बहुत परेशान है। बार-बार होने वाली हिंसा को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर भी गंभीर संदेह है। अस्पतालों में डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर माहौल में व्यापक बदलाव से ही डॉक्टरों का विश्वास दोबारा बहाल किया जा सकता है। देश अपने डॉक्टरों के प्रति ऋणी है।
डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन का बयान
प्रदेश विधानसभा में विपक्षी दल भाजपा की नेता सह पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन ने कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं। घटना की जानकारी लेने के बाद डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन ने डॉक्टरों के संगठन से बात करने के लिए एक मंत्री अस्पताल का दौरा करेंगे। कलैगनार अस्पताल में डॉक्टर पर चाकू से हमला करने की घटना पर तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि एक मंत्री को आज डॉक्टरों के संघ के साथ चर्चा करने के लिए भेजा गया है।
भाजपा ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए
इससे पहले भाजपा नेता तमिलिसाई सौंदरराजन ने कहा, सबसे पहले वे डॉक्टर के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हैं। उन्होंने कहा कि मरीज की सेवा करने वाले एक डॉक्टर पर हमला नहीं किया जाना चाहिए। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे इसका दुख है। उन्होंने कहा, ‘मैं तमिलनाडु सरकार की निंदा करना चाहती हूं क्योंकि तमिलनाडु में किसी के लिए कोई सुरक्षा नहीं है। यहां तक कि स्कूलों में भी घटनाएं हो रही हैं। सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। कानून-व्यवस्था और पुलिस बल मुख्यमंत्री के पास हैं लेकिन मुख्यमंत्री अस्पताल नहीं आए, केवल उपमुख्यमंत्री ने घटना की जानकारी ली। घटना की निंदा करते हुए भाजपा नेता ने कहा, इस प्रकार की घटना केवल तमिलनाडु ही नहीं बल्कि पूरे भारत में नहीं दोहराई जानी चाहिए।
कैंसर रोगी के बेटे ने चाकू मारा
बता दें कि कलैगनार अस्पताल में डॉक्टर को ‘कैंसर रोगी के बेटे ने चाकू मारा था।’ इस मामले की जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए, इस पर चर्चा करेंगे। चेन्नई पुलिस सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रही है।