आखिरी समय में छोड़े जाने वाले विधायी हथगोलों को छिपा रही सरकार: कांग्रेस

सरकार ने हाल ही में संसद के विशेष सत्र का एजेंडा जारी किया। इस पर कांग्रेस ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो एजेंडा जारी किया है, उसमें कुछ भी नहीं है। हालांकि, कांग्रेस ने आशंका जताई कि सरकार आखिरी समय में छोड़े जाने के लिए अपने विधायी हथगोलों को छिपा रही है। 

जयराम रमेश का वार
कांग्रेस नेता ने कहा कि आखिरकार सोनिया गांधी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र के दबाव के बाद सरकार ने पांच दिवसीय विशेष सत्र के एजेंडे की घोषणा कर दी है। फिलहाल जो एजेंडा सामने आया है, उसमें कुछ भी नहीं है। इन सबके लिए नवंबर में शीतकालीन सत्र तक इंतजार किया जा सकता था। जयराम रमेश ने कहा कि मुझे यकीन है कि सरकार हमेशा की तरह विधायी हथगोले आखिरी क्षण में छोड़ने के लिए तैयार है। परदे के पीछे कुछ और है! इसके बावजूद इंडिया गठबंधन की पार्टियां घातक सीईसी विधेयक का डटकर विरोध करेंगी।

सार्वजनिक मुद्दों पर ध्यान नहीं
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सत्र के अब तक घोषित एजेंडे में सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में उठाए गए सार्वजनिक मुद्दों पर बात नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अहम मुद्दों की बजाय सिर्फ हेडलाइन प्रबंधन को चुना गया है। इस एजेंडे को देखकर 140 करोड़ भारतीय बेहद निराश हैं।

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने भी एजेंडे को लेकर सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा भारत के सामने सबसे गंभीर मुद्दों को उजागर करने के बावजूद सरकार चुप रहना चाहती है। उन्होंने कहा कि मणिपुर कहां है? बेरोजगारी? हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदा? महाराष्ट्र में सूखा? मुद्रास्फीति? आदि मुद्दों पर बात होनी चाहिए।

टीएमसी प्रवक्ता डेरेक ओब्रायन ने कहा कि सरकार ने संसद विशेष सत्र के लिए एक एजेंडा पेश किया है। हालांकि, एजेंडे में एक चेतावनी है इसे संपूर्ण नहीं माना जाना चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या यह गंदी चालें नहीं हैं? ओब्रायन ने कहा कि विशेष संसद सत्र शुरू होने में दो कार्य दिवस शेष हैं और अभी भी एजेंडे पर एक शब्द भी नहीं है। टीएमसी प्रवक्ता ने आगे कहा कि एजेंडा केवल दो लोग जानते हैं। फिर भी हम खुद को संसदीय लोकतंत्र कहते हैं। 

18 सितंबर से शुरू होगा संसद का सत्र
इससे पहले लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों के बुलेटिन में कहा गया था कि संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर से शुरू होगा। सरकार के कामकाज को देखते हुए यह 22 सितंबर तक चलेगा। इसमें कहा गया था कि सत्र आमतौर पर सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे और फिर दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक चलेगा। वहीं, इस सत्र में संसद की कार्यवाही पुराने भवन से नए संसद भवन में चलने की संभावना है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here