संदेशखाली हिंसा के मुख्य आरोपी और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शाहजहां शेख को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने टीएमसी नेता को कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार किया है। शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के बाद टीएमसी के अन्य नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
शाहजहां शेख की गिरफ्तारी पर टीएमसी नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
पार्टी के नेता शांतनु सेन ने कहा कि शेख शाहजहां की गिरफ्तारी यह साबित करती है कि हमारी सरकार प्रशासनिक तरीके से राजधर्म का पालन करती है। उन्होंने आगे कहा, "जिस तरह से हमने अपने मंत्री पार्थ चटर्जी, ज्योतिप्रिया मलिक के खिलाफ कदम उठाए थे, उसी तरह हमने संदेशखाली मामले में आरोपी शिबू हाजरा, उत्तम सरदार के खिलाफ कार्रवाई की और अब शेख शाहजहां को भी गिरफ्तार किया गया है। अभिषेक बनर्जी ने पहले ही बोला था कोर्ट के स्टे ऑर्डर के कारण पुलिस शेख शाहजहां को गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।"
शांतनु सेन ने कहा, "स्टे ऑर्डर के हटने के तीन-चार दिनों के भीतर ही शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया गया। एक तरफ भाजपा शासित राज्यों में जहां आरोपी नेता खुले आम घुमते हैं वहीं आरोपी टीएमसी नेता के खिलाफ अगर सबूत है तो हमारी प्रशासन उसे नहीं छोड़ती। टीएमसी के इस राजधर्म से भाजपा को सीखना चाहिए।"
शाहजहां शेख की गिरफ्तारी पर टीएमसी नेता कुणाल घोष ने बताया कि कोर्ट के स्टे हटाने के बाद ही आरोपी नेता को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने आगे कहा, "राज्य की पुलिस ने शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया है। अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि हाई कोर्ट के स्टे के कारण पुलिस के हाथ बंधे हैं। कोर्ट ने वह स्टे हटाया। हमें पुलिस पर पूरा विश्वास था, पुलिस ने कोर्ट के स्टे हटाने के बाद शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की।"
पुलिस के अनुसार, शाहजहां शेख उत्तर 24 परगना जिले के मिनाखा में एक घर में छिपा हुआ था, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के बाद उसे बशीरहाट की अदालत में पेश किया जाएगा। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह इस समय हवालात में हैं और उसे दोपहर दो बजे अदालत में पेश किया जाएगा।
एडीजी ने बताया कोर्ट के स्टे के कारण नहीं हो रही थी गिरफ्तारी
शाहजहां शेख की गिरफ्तारी पर एडीजी सुप्रतिम सरकार ने कहा कि इस मामले में शिकायत बिल्कुल भी धारा 354 से संबंधित नहीं थी। उन्होंने कहा, "सात, आठ और नौ फरवरी फरवरी के बाद कई मामले सामने आए हैं लेकिन आठ और नौ फरवरी के बाद से दर्ज हुए सभी मामले उन घटनाओं से संबंधित हैं जो दो या तीन साल पहले हुई थीं और उनकी जांच करने, सबूत इकट्ठा करने, सबूतों को जांचने में समय लगता है, खासकर उन मामलों के संदर्भ में जो 2 साल पहले घटित हुए हों।"
एडीजी ने आगे बताया कि कोर्ट के स्टे ऑर्डर के कारण हम शाहजहां को गिरफ्तार नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने कहा, "जब कोर्ट ने स्पष्ट कह दिया कि शेख शाहजहां की गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है तो हमने तत्काल कार्रवाई करते हुए कल रात मिनाखा से शेख शाहजहां को गिरफ्तार किया, कुछ ही समय में हम उसे अदालत में पेश करेंगे। हम पर बाध्यता थी लेकिन ईडी पर कौन सी बाध्यता थी कि उन्होंने गिरफ्तारी नहीं की?"
क्या है मामला?
कोलकाता से 100 किमी दूर सुंदरबन के सीमावर्ती इलाकों में बसा संदेशखाली में पिछले एक साल से हिंसा जारी है। दरअसल, गांव की महिलाओं ने बीते दिनों आरोप लगाए थे कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख और अन्य टीएमसी नेताओं ने उनकी जमीनों पर कब्जा कर लिया और कुछ महिलाओं ने टीएमसी नेताओं पर यौन शोषण के भी आरोप लगाए थे। इसे लेकर संदेशखाली में महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ता भी संदेशखाली में प्रदर्शन कर रहे हैं। शाहजहां शेख राशन घोटाले में आरोपी है और बीते दिनों ईडी टीम पर हुए हमले में भी शाहजहां शेख आरोपी है। वहीं बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है।