देश के दक्षिणी राज्यों में आज मौसम ने कहर बरपाया। केरल के छह जिलों में तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान, वज्रपात और मेघगर्जन का खतरा जताया गया है। मौसम विभाग ने एर्नाकुलम, इडुक्की, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में ऑरेंज और आठ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा लक्षद्वीप और तमिलनाडु के कई हिस्सों में भी भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।

इडुक्की में शनिवार देर रात से लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नेदुमकंदम, कमिली और कट्टाप्पाना में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया, वहीं सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं। स्थानीय प्रशासन ने बचाव और राहत कार्य तेज कर दिए हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

मुल्लापेरियार बांध का पानी लगातार बढ़ने के कारण अधिकारियों ने इसके 13 गेट खोल दिए हैं और 1400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके अलावा राज्य के अन्य तीन बांधों से भी पानी छोड़ा जा रहा है। केरल में एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन के आसपास जलभराव के कारण लोगों के आवागमन में बाधा आई है। नदियों के उफान के कारण आसपास के इलाकों में भी अलर्ट जारी किया गया है।

तमिलनाडु में भी मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक भारी बारिश का अनुमान जताया है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण पहाड़ी जिलों जैसे कोयंबटूर, नीलगिरी, इरोड, तिरुप्पुर, थेनी, तेनकासी, तिरुनेलवेली और कन्नयाकुमारी में भारी से अत्यधिक बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके चलते मछुआरों को समुद्र से दूर रहने का निर्देश दिया गया है।

मौसम विभाग ने आम नागरिकों से सावधानी बरतने और बाढ़ या जलभराव वाले क्षेत्रों में जाने से बचने की अपील की है।