पश्चिम बंगाल सरकार ने एक अक्टूबर से संभावित भारी बारिश को देखते हुए आपात तैयारी शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संबंधित विभागों को सतर्क रहने और पूरी तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
हाल ही में कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में तेज बारिश और बिजली गिरने की घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जिसमें एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी 24 घंटे निगरानी करेंगे। यह नियंत्रण कक्ष पूरे त्योहारों के सीजन में 26 सितंबर से 7 अक्टूबर, 20 से 24 अक्टूबर और 27-28 अक्टूबर तक चालू रहेगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन सकता है, जिससे 2 से 4 अक्टूबर के बीच पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। साथ ही, कुछ क्षेत्रों में तेज हवाएं 35-45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, जो 55 किमी/घंटा तक पहुँच सकती हैं।
IMD ने मछुआरों को सलाह दी है कि वे उत्तर और मध्य बंगाल की खाड़ी में, विशेषकर पश्चिम बंगाल-ओडिशा तट के पास, कम से कम दो दिनों तक समुद्र में न जाएं, क्योंकि समुद्र की स्थिति अस्थिर रहेगी।