समाजवादी पार्टी (सपा) की राज्यसभा सांसद जया बच्चन ने महाकुंभ हादसे को लेकर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद शवों को गंगा में फेंक दिया गया, जिसके कारण कुंभ का पानी सबसे अधिक दूषित हो गया है। जया बच्चन ने कहा कि असल मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही है और आम जनता को महाकुंभ में किसी भी प्रकार की विशेष सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं।
जया बच्चन ने संसद परिसर में मीडिया से बात करते हुए कहा, "अब सबसे दूषित पानी कहां है? कुंभ में। शवों को नदी में फेंका गया, जिससे पानी दूषित हो गया है। असल मुद्दे नहीं उठाए जा रहे हैं। आम लोग जो कुंभ आ रहे हैं, उन्हें कोई विशेष सुविधा नहीं मिल रही है, कोई व्यवस्था नहीं है। यह झूठ बोला जा रहा है कि करोड़ों लोग कुंभ में स्नान कर चुके हैं, इतनी बड़ी संख्या में लोग एक जगह कैसे इकट्ठा हो सकते हैं?"
इस बयान के बाद सपा सांसद ने सवाल उठाते हुए कहा कि महाकुंभ हादसे में मृतकों की संख्या पर स्पष्टता नहीं दी जा रही है और जनता को सही जानकारी नहीं दी जा रही है।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने जताई षड्यंत्र की आशंका
वहीं, भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने महाकुंभ हादसे पर संसद में चर्चा के दौरान यह आशंका जताई कि इस हादसे के पीछे एक साजिश हो सकती है। उन्होंने कहा, "हादसे की जांच चल रही है और इसमें षड्यंत्र की बू आ रही है। पूरी जांच के बाद हम जान पाएंगे कि इस हादसे के पीछे कौन लोग जिम्मेदार हैं और उन्हें शर्म से सिर झुकाना पड़ेगा।"
रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कुंभ और सनातन के नाम से विपक्ष को परेशानी होती है। उन्होंने कहा, "हिंदुस्तान कभी भी सनातन का अपमान नहीं सहने देगा।" महाकुंभ हादसे पर विपक्ष ने संसद में जमकर हंगामा किया और इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की। विपक्ष ने मृतकों की संख्या की पुष्टि करने की भी मांग की और राज्यसभा से वॉकआउट किया।